नैनीताल। नैनीताल जनपद के रातिघाट हली गांव निवासी संजय बिष्ट 2021 मैं आर्मी में भर्ती हुए थे जो की बीते रोज शहीद हो गए घटना की सूचना मिलने के बाद परिजनों सहित पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ पड़ी है। बताया जा रहा है कि संजय बीते 15 दिन पूर्व वही अपने घर से वापस ड्यूटी पर लौटे थे और आज सुबह उनके शहीद होने की खबर परिजनों को मिली संजय अविवाहित थे।आगे पढ़ें
आतंकवादियों के साथ जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में बुधवार को सुरक्षाबलों की मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में उत्तराखंड में नैनीताल जिले के रातीघाट के हली गांव का रहने वाले वीर जवान संजय बिष्ट मातृभूमि की रक्षा करते हुए शहीद हो गये हैं।शहादत की खबर सुनते ही उनके परिवार में कोहराम मच गया। संजय के रिश्तेदार और आसपास के ग्रामीणों का उनके घर में जमावड़ा हो गया। संजय के भाई नीरज बिष्ट ने बताया कि संजय 2012 में आर्मी में भर्ती हुआ था। कल रात ही उसकी परिवार से फोन पर बात हुई थी। संजय 15 दिन पहले ही घर से पोस्ट पर वापस लौटा था।संजय के परिवार में पिता दीवान सिंह बिष्ट, माँ मंजू बिष्ट, बहन ममता बिष्ट, विनीता बिष्ट हैं। अविवाहित संजय की राजौरी जिले में आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हो गई। इस दौरान सेना के 2 कैप्टन समेत चार जवान शहीद हो गए। जिसमे उनका भाई भी है। सर्च ऑपरेशन के दौरान धर्मसाला के बाजीमल इलाके में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई। घायलों को इलाज के लिए उधमपुर ले जाया गया था। जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हो गई। इस दौरान सेना के 2 कैप्टन समेत चार जवान शहीद हो गए।आगे पढ़ें
जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक कल सुबह 9 बजे सेना को आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। इसके बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया। सर्च ऑपरेशन में सेना के राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों के साथ पैराट्रूपर्स भी शामिल हुए। लेकिन आतंकी घात लगाकर बैठे थे। जैसे ही सेना उन आतंकियों के नजदीक पहुंची, वैसे ही आतंकियों की ओर से सेना पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू हो गई। इसमें सेना के 2 कैप्टन रैंक के अफसर और एक जवान शहीद हो गए।