कुमाऊँ

हंस वनाग्नि प्रबंधन समितियां हुई सम्मानित

अल्मोड़ा।सिविल एवं सोयम वन प्रभाग अल्मोड़ा के प्रभागीय वनाधिकारी प्रदीप धौलाखंडी ने फायर फाईटरो से वना अग्नि के मुख्य कारणों के बारे मे जानकारी और स्वयं सेवक के रूप में  उनके दायित्वों की जानकारी फायर फाइटरों से ली और कहा कि हंस फाउंडेशन द्वारा ग्राम स्तर पर फायर फाइटरो के सहयोग से इस आग की घटनाओं को कम कर सकते जिससे पिछले वर्ष की तरह की घटनाओं की पुनरावृति ना हो सके साथ ही पिछले वर्ष फायर फाइटरो द्वारा आग की घटनाओं को रोकने और उनके अनुभव और आग बुझाने में आई चुनौतियों को जाना और फायर फाइटरो को स्वयं की सुरक्षा के बारे में बताया और कहा कि वना अग्नि नियंत्रण के लिए वन विभाग और हंस फाउंडेशन मिलकर कार्य करेगा वन प्रभाग अल्मोड़ा के प्रभागीय वनाधिकारी दीपक कुमार ने फायर फाइटरो द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की और सीजन शुरू होने से पहले होने वाली तैयारियों के बारे में बताया और ग्राम स्तर पर भी कैसे आग के नियंत्रण के बारे में बताते हुए कहा कि प्रशासन द्वारा आग को नियंत्रित करने के लिए पिरूल को सरकार 10 रुपए खरीदने की तैयारी कर रही हैं। सीजन के समय में जन सहयोग विभाग को कम मिल पाता है जिसके लिए लोगों को जागरूक करने का कार्य हंस फाउंडेशन के रहा हैं जिससे वना अग्नि को नियंत्रण करने के लिए फायर फाइटरो का सहयोग लिया जाएगा । फायर फाइटरो से चर्चा करते हुए फायर फाइटर पुष्पा भंडारी ने फायर सीजन में उपकरण उपलब्ध नहीं होने की बात रखी जिसमें प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा इस वर्ष हर वन पंचायत में वन सरपंचों को फायर उपकरण विभाग द्वारा उपलब्ध करवाने की  बात कही।आगे पढ़ें….

स्वास्थ्य विभाग के डॉ विशाल के द्वारा फायर फाइटरो को वना अग्नि नियंत्रण के समय प्राथमिक उपचार , वना अग्नि के समय में प्राथमिकता से पीड़ित को सुरक्षित फर्स्ट ट्रेड की जानकारी देते हुए रक्त संचार, सी पी आर की विस्तृत जानकारी दी। और सी पी आर आदि पर व्यावहारिक अभ्यास भी करवाया गया।हंस फाउंडेशन के परियोजना प्रबंधक नागेन्द्र तंगवान ने  फाउंडेशन द्वारा राज्य स्तर पर चलाई जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा के लिए उत्तराखंड में वना अग्नि शमन एवं रोकथाम परियोजना संचालित की जा रही हैं वना अग्नि मुख्य कारण है जिससे हमारा पर्यावरण प्रभावित होता है और ये एक आपदा का रूप ले ते जा रही हैं परियोजना के अंतर्गत चयनित फायर फाइटरो का सामूहिक दुर्घटना बीमा करवाया गया है हंस फाउंडेशन  द्वारा  इस वर्ष बीमा राशि बढ़ा कर 10 लाख कर दी गई हैं,साथ ही संवेदनशील क्षेत्रों में अल्मोड़ा के ताकुला और हवालबाग में  साथ ही चयनित गांवों में फायर कीट भी हंस फाउंडेशन द्वारा दी जाएगी।आगे पढ़ें

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वना अग्नि की घटनाओं को कम करने के लिए बेहतर कार्य करने वाले हंस वना अग्नि प्रबंधन समितियां जैचोली, भेटॉ, बारशीला,चौसली,टाटीक,मनाऊ,ज्योली की समितियों को सम्मानित कर प्रोत्साहन के रूप में 10 ,10 हजार की धन राशि हंस फाउंडेशन और वन विभाग द्वारा द्वारा दी गई वन वना क्षेत्राधिकारी दीपक पंत और वन बिट अधिकारी पूनम पंत ने फायर लाइन बनाते समय अपनाई जाने वाली सावधानियां के बारे में बताते हुए फायर उपकरणों की जानकारी दी कार्यक्रम में एस  डी आर एफ के पंकज डंगवाल ,जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मास्टर ट्रेनर आलोक वर्मा, फायर स्टेशन एन टी डी के हरीश,वन दरोगा हीरा सिंह,गौरव पांडे,आनंद परिहार, बबीता जोशी,लीला बिष्ट,कमल जोशी,रंजीत आदि उपस्थित रहे

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