संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के तत्वावधान में आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत डिजिटल डिस्ट्रिक्ट रिपोजिटरी परियोजना का संचालन किया जा रहा है जिसके माध्यम से भारतवर्ष के प्रत्येक जनपद में ऐसी घटनाओं, व्यक्तित्व, छिपी हुई निधियों, परंपराओं और कला रूप की पहचान की जा रही है, जिन्होंने 1857 से लेकर 1947 तक भारत की आजादी के आंदोलन में किसी न किसी रूप में प्रतिभाग किया किंतु वह किसी कारण से आज भी गुमनामी का जीवन व्यतीत कर रहे हैं और जिनके कार्यों घटनाओं का उल्लेख कहीं भी दर्ज नहीं है ।
सीसीआरटी नई दिल्ली से जुड़े गौरीशंकर कांडपाल ने बताया कि संस्कृति मंत्रालय द्वारा संपादित वेबसाइट https://amritmahotsav.nic.in/digital-district-repository.htm पर कोई भी व्यक्ति संस्था आजादी से जुड़ी घटनाओं, व्यक्तित्व, छिपी हुई निधियों, परंपराओं और कला रूप की जानकारी प्राप्त कर सकता है तथा नई जानकारी को प्रोजेक्ट डीडीआर की ईमेल के माध्यम से प्रेषित कर अपलोड भी किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए संस्कृति कर्मी गौरीशंकर काण्डपाल से मोबाइल नंबर 8909848043 पर संपर्क करते हुए भारत की आजादी के आंदोलन से जुड़ी तथा अपने परिवार,क्षेत्र, गांव से संबंधित किसी भी घटना, व्यक्ति, अथवा तथ्यों को राष्ट्रीय सम्मान दिलाया जा सकता है।
भारत की आजादी से जुड़े अनसंग हीरोज व घटनाओं का अभिलेख दर्ज होना शुरु,गुमनाम आजादी के मतवालों को ढूंढ रहा संस्कृति मंत्रालय
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