नैनीताल। नगर में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहें है। जिससे शहर में भय का माहौल बना हुआ है। बावजूद इसके भी नैनीताल के आधे से ज्यादा सरकार दफ्तरों की सेनेटाइजर मशीनें सिर्फ शोपीस बन कर रह गई है। इतना ही नही बल्कि कुछ सेनेटाइजर मशीने तो खराब पड़ी हुई है तो वहीं कुछ मशीनों में सेनेटाइजर तक नही भरा गया है।
बता दें कि देश भर में कोरोना संक्रमण अपने पैर पसार रहा है। वहीं नैनीताल में हर रोज दर्जनभर से अधिक मामले सामने आ रहें है। यूँ तो प्रशासन द्वारा कई दावे किए जा रहें है कि कोरोना की तीसरी लहर से वह निपटने के लिए तैयार है लेकिन आलम यह है कि नैनीताल में सेनेटाइजर मशीन खाली पड़ी हुई है और लोगों द्वारा कोविड नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। वहीं नैनीताल के सरकारी अस्पताल में तक सेनिटाइजर मशीन में सेनिटाइजर नहीं भरा गया है, वहीं कोविड नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है, जहाँ हर कोविड मरीजों की जांच की जाती है। अस्पताल में गेट पर मशीन में सेनिटाइजर भरा हुआ है लेकिन इमरजेंसी पर लगी मशीन खाली पड़ी हुई है। सरकार द्वारा सरकारी दफ्तरों में कोविड नियमों का पालन करवाने के आदेश दिए गए है लेकिन फिर भी अधिकारी सेनिटाइजर मशीनों को ठीक करवाने और मशीनों में सेनिटाइजर भरने की रहमत नहीं उठा रहें है। दफ्तर में आने वाले लोग हाथों को बिना सेनेटाइज किए बिना ही प्रवेश कर रहें है।
नगर के बीडी पांडे अस्पताल के इमरजेंसी पर लगी मशीन, नगर पालिका कार्यालय व मल्लीताल कोतवाली में लगी सेनिटाइजर मशीनें शोपीस बनकर लटकी पड़ी है।