नैनीताल। बिरला विद्या मंदिर कॉलेज में 30 वर्षो तक संगीत विभागध्यक्ष के पद कार्यरत रहे।उन्होंने ऑल सेंस कॉलेज,लेक्स इंटरनेशनल स्कूल भीमताल हिमालय स्कूल व मॉडर्न स्कूल सहित कई अन्य विद्यालयों में संगीत की शिक्षा दी है। नैनीताल संगीत संस्था युग मंच आयाम मंच और रामलीला और अन्य संस्थाओं में संगीत के माध्यम से अपनी सेवा दी साथ ही 1975 में नवयुवक संघ संस्था की स्थापना की और साथ ही बताते चलें कि सुरेश जी ने 1970 में सितार वादन से कुमाऊं में प्रथम स्थान प्राप्त किया व आयाम मंच नैनीताल में कम से कम 15 वर्ष तक महासचिव के पद पर रहे नैनीताल शरत्त्सव में अपनी भूमिका से संगीत से मन मोह लिया।उनके निधन पर संगीतकारों रंगकर्मियों व कलाकारों में शोक की लहर है।
उत्तराखंड के प्रख्यात सितार वादक सुरेश कुमार का निधन
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