बेतलघाट: भवाली अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग में स्थित रामगाढ़ जल विद्युत परियोजना में पिछले तीन माह से उत्पादन ठप पड़ा हुआ है। वहीं विभागीय अधिकारियों के अनुसार फिलहाल यूपीसीएल से रोजाना तीस किलोवाट बिजली लेकर करीब चार सौ उपभोक्ताओं को बिजली उपलब्ध कराई जा रही है।
आपदा से हुए नुकसान की भरपाई के लिए जिला प्रशासन को करीब 65.25 लाख रुपये का प्रस्ताव भेजे जाने के बावजूद आज तक मरम्मत के लिए बजट को स्वीकृति नहीं मिल सकी है।
जिसके चलते जल विद्युत परियोजना से पहले चार सौ उपभोक्ताओं को सीधे बिजली देने के साथ ही यूपीसीएल व मोबाइल टावरों को भी बिजली की आपूर्ति की जाती थी जिससे प्रतिमाह डेढ़ लाख रुपये की आय होती थी उसी से परियोजना में कार्यरत चार कर्मचारियों का मानदेय भी उपलब्ध कराया जाता था पर अब उत्पादन ठप होने से आय शून्य में पहुंच गई है। जिससे कर्मचारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं महत्वपूर्ण जल विद्युत परियोजना की उपेक्षा किए जाने से स्थानीय गोधन सिंह बर्गली,रघुराज सिंह, वीरेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह, किशन सिंह आदि लोगों ने रोष व्यक्त किया। साथ ही जल्द परियोजना को दुरुस्त करने के लिए बजट उपलब्ध कराए जाने मांग की।
उरेडा विभाग से अवर अभियंता एसआर गौतम के अनुसार आपदा में हुए नुकसान का सर्वे कर कार्य शुरू करने के लिए करीब 65.25 लाख रुपये का प्रस्ताव भेजा गया है पर स्वीकृति नहीं मिल सकी है। बताया कि परियोजना में उत्पादन ठप होने से आय जीरो हो चुकी है।