
भीमताल नगर में बंदरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा। खासकर वार्ड नंबर-2 के सांगुड़ी गांव, चूरगुन, साकेत कॉलोनी और रामनिवास क्षेत्र में बंदरों के झुंड ने स्थानीय निवासियों का जीना दुश्वार कर रखा है। घरों में घुसकर सामान नष्ट करना, खेतों में लगी सब्जियों और फलों को बर्बाद करना, और यहां तक कि लोगों पर हमला करना आम हो गया है। स्थानीय लोग जनप्रतिनिधियों से बार-बार गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई ठोस कार्यवाही न होने से हताशा बढ़ रही है।क्षेत्रवासियों ने अपनी परेशानी नगर के सामाजिक कार्यकर्ता पूरन बृजवासी के सामने रखी और बंदरों को पकड़ने की मांग की। बृजवासी ने तुरंत वन विभाग से संपर्क कर वार्ड में टीम भेज पिंजरे लगवाकर इन बंदरों को पकड़ने का अनुरोध किया। फॉरेस्ट रेंजर मेलकानी ने आश्वासन दिया कि विभाग की तरफ से दो-चार दिनों में टीम भेजकर बंदरों को पकड़ा जाएगा।निवासियों का कहना है कि बंदरों के कारण बच्चों और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा खतरा है। कासिम उल्ला, जाकिर हुसैन, साकिर हुसैन, नजर हुसैन, सादिक खान, नाजिर खान, सिराज उल्ला, सराफत उल्ला और मोंटू सरकार जैसे लोगों ने इस मुद्दे पर एकजुट होकर कार्यवाही की मांग की है।बृजवासी ने कहाँ, “लोगों की परेशानी को देखते हुए हमने वन विभाग से त्वरित कार्यवाही की मांग की है। उम्मीद है कि जल्द ही इन बंदरों के आतंक से जनता को राहत मिलेगी l🙏
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