पुनीत टंडन संस्थापक अध्यक्ष मां नयना देवी नैनीताल व्यापार मंडल। 2014 से अभी तक एक सशक्त भारत बनाने की ही संपूर्ण झलक इस बजट में भी मिलती है। बेरोज़गारी पर विशेष ध्यान देते हुऐ कई तरह की योजनाएं शामिल की गई है।छोटे व्यापारियों के लिए मुद्रा लोन को 10 लाख से 20 लाख किया जाना सराहनीय कदम है। जीएसटी और इनकम टैक्स प्रणाली को और ज़्यादा सरल बनाया गया है। एंजेल टैक्स को ख़त्म करना स्टार्टअप के लिए प्रोत्साहन करने वाला कदम है। साथ ही कैंसर के संबंध में तीन महत्वपूर्ण दवाइयों में कस्टम की पूरी छूट दी गयी है।लेकिन पर्यटन पर कुछ भी नही किये जाने से उत्तराखण्ड में पर्यटन और ख़ास तौर से मसूरी नैनीताल जैसे पर्यटन स्थानों के लिए और पर्यटन व्यापारियों के लिए निराशाजनक है।आगे पढ़ें..….
दिग्विजय सिंह बिष्ट अध्यक्ष होटल एसोसिएशन।हिमालयन स्टेट के लिए बजट में कुछ नही रखा गया है जबकि ये राज्य पूरे देश को ऑक्सीजन वितरण का काम करते है ऐसे में इन राज्यो के लिए कर में छूट के लिए विशेष प्रावधान होने चाहिये थे।वही पर्यटन उद्योग के लिए भी कोई ठोस कदम नही उठाये गए है।साथ ही उत्तराखंड में सबसे ज्यादा दैवीय आपदा आती है इसलिए इसके लिए भी एक विशेष पैकेज होना चाहिए।आगे पढ़ें….
त्रिभुवन फर्त्याल पूर्व सचिव प्रदेश कांग्रेस कमेटी उत्तराखंड।वित्त मंत्री द्वारा पेश बजट, बजट कम बल्कि केंद्र सरकार द्वारा अपनी सरकार को बचाने के लिए सहयोगी दलों को खुश करने का प्रयास अधिक प्रतीत होता है। मोदी सरकार 3.0 द्वारा संकल्प पत्र में एक तरफ किसानों की आय दोगुनी करने की बात,वही बजट में किसानों की आय दोगुनी करने का रोड मैप का अभाव,यहां तक की बहुप्रतीक्षित प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की धनराशि को ना बढ़ाना खेती किसानी के सम्मान के साथ खिलवाड़ करने का काम मोदी सरकार ने किया है। कृषि क्षेत्र जोकि वर्तमान में भी लगभग 45 प्रतिशत रोजगार प्रदत्त किए हुए हैं, बावजूद इसके बजट में ना ही न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कुछ बोला गया और ना ही काश्तकारों हेतु सब्सिडी इत्यादि में कोई व्यवस्था की गयी। उत्तराखंड में डबल इंजन की सरकार के बावजूद घोर निराशा हाथ लगी। ग्रीन बोनस जो कि हम उत्तराखंडियों का अधिकार है, पर पुनः छला गया। बहुप्रतीक्षित टनकपुर- बागेश्वर रेल -लाईन, सौंग नदी पर बांध आदि पर पुनः प्रदेश के हाथ खाली रह गये। कुल मिलाकर बजट विशेषकर उत्तराखंड राज्य के परिपेक्ष्य में बेहद निराशाजनक।आगे पढ़ें…..
व्यापारी रुचिर साह।बजट काफी अच्छा रहा है बजट का सबसे अच्छा भाग स्किल डेवलपमेंट पर जो फोकस किया गया है उससे बेरोजगारी पर लगाम लगेगी।इससे युवाओं का मनोबल बढेगा।लांग टाइम केपिटल गेन टैक्स में ढाई प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है।जिसकी वजह से रियल स्टेट,शेयर बाजार आदि क्षेत्रों के लोगो को दिक्कत पहूंची है।