नैनीताल। चम्पावत से 4 नवंबर को शुरू हुई गोल्जू संदेश यात्रा शुक्रवार को नैनीताल पहुँची। इस यात्रा ने उत्तराखण्ड के 50 पड़ावों और 3200 किलोमीटर की दूरी तय की है। यात्रा का उद्देश्य राज्य की एकता को बढ़ावा देना और सांस्कृतिक धरोहर को जागरूक करना है।गोल्जू संदेश यात्रा, जो हर दो साल में एक बार आयोजित होती है, अब नैनीताल के बाद घोडाखाल और देवीधूरा के पड़ाव से होते हुए 24 नवंबर को यात्रा का समापन करेगी। यात्रा में कई श्रद्धालु और स्थानीय लोग शामिल होते हैं, जो उत्तराखण्ड की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं का हिस्सा बनते हैं।आगे पढ़ें..
इस अवसर पर यात्रा के आयोजकों और स्थानीय लोगों ने प्रदेश की सांस्कृतिक धारा को मजबूत करने के प्रति अपने संकल्प को दोहराया और इस तरह के आयोजनों को राज्य के विकास में अहम भूमिका निभाने वाला बताया।इस दौरान विजय भट, श्याम सिंह कार्की, प्रतिपाल सिंह कार्की, नरेंद्र पांडे, गौरव कार्की, दीपांशु कार्की, तुषार कार्की, कमल जीना, सुनील गोस्वामी, कमल रावत, और पौड़ी से मोहन राम व उनकी टीम मौजूद रही।