नैनीताल।नगर में नंदा देवी महोत्सव के दौरान डीएसए मैदान में मेले के लिए आवंटित अस्थायी दुकानों को बुधवार की सुबह पुलिस व नगर पालिका द्वारा जबरन हटाए जाने का व्यापारियों ने कड़ा विरोध किया है। दुकानदारों का कहना है पुलिस द्वारा उनके समान को फेंका गया व उनके साथ अभद्रता की गई ।
बता दें कि महोत्सव के दौरान तीन दिन लगातार बारिश के चलते दुकानों की आवंटन की तिथि 2 दिन बड़ा दी गयी थी। जिसके चलते नगर पालिका द्वारा ठाकुर जी इंटरप्राइज के ठेकेदार को आदेशित किया गया था की 19 सितंबर को डीएसए मैदान खाली होना होगा अगर मैदान खाली नही हुआ तो उक्त ठेकदार को 2 लाख रु प्रतिदिन जुर्माना भरना होगा।दुकानदारों का आरोप हैं की जब सुबह वो अपना सामान भर रहे थे उस समय पुलिस प्रशासन व नगर पालिक टीम दुकानों को हटाने डीएसए मैदान में दल बल के साथ उतर गए।आगे पढ़ें….
व्यवसायिक ने आरोप लगाया कि नैनीताल पुलिस द्वारा घोर अभद्रता के साथ उनके सामान को फेंका गया व उनका चालान काटा गया, साथ ही साथ एक तरफ से नगर पालिका कर्मचारियों द्वारा उनके सामान को जबरन गाड़ी में भरने व चालान काटने की प्रक्रिया चलती रही।
प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो इस अमानवीय कार्यवाही से अफरातफरी का माहौल बन गया, वायवसायियो का आरोप ये भी ही हैं मेले के पहले दिन से ही एक पुलिस अधिकारी बेल्ट हाथ में लेकर घूम रहा था और मेला परिसर में मूविंग वायवसायियों पर व्यवस्था बनाने के नाम पर बेल्ट से पीट रहा था। मेला ठेकदार का कहना है कि उनके व्यवसाययों को दुकान खाली करने के निर्देश दे दिए गए थे और वह अपना सामान भरा रहे थे इस दौरान पुलिस वह पालिका द्वारा अमानवीय व्यवहार निंदनीय है।ठेकेदार का कहना है कि दुकानदारों को बारिश के चलते नुकसान उठाना पड़ा है और अब पुलिस उनके साथ जबरदस्ती कर नुकसान पहुचा रही है। जिसे बर्दास्त नही किया जाएगा।