नैनीताल। बीते मंगलवार को पूर्व भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान एमएस धोनी व उनकी पत्नी साक्षी धोनी निजी दौरे पर नैनीताल पहुंचे और बुधवार सुबह वे अपने पैतृक गांव जैंती ल्वाली अल्मोड़ा पहूंचे थे जहां पर उन्होंने भूमिया मंदिर सहित गांव के सभी मंदिरों में पूजा अर्चना की थी।जिसके बाद वे नैनीताल वापस लौट आए,हालांकि उनके दौरे को गुप्त रखा गया है।लेकिन फिर भी उनके प्रसंशक उनको ढूढ ही ले रहे है।आगे पढ़ें…..
शुक्रवार को उन्होंने राजभवन की सैर की जिसके बाददोपहर को सफेद रंग की ओडी कार में सवार महेंद्र सिंह धोनी पर जैसे ही तल्लीताल में लोगो की नजर पड़ी तो उनके प्रशंसको का हुजूम उनकी गाड़ी के आगे पीछे चलने लगा।तल्लीताल से मल्लीताल तक लगे लंबे जाम के चलते उनकी गाड़ी भी काफी देर तक जाम में फंसी रही, जिसके चलते लोगो ने गाड़ी के बाहर से ही धोनी की फ़ोटो खींचनी शुरू कर दी।पुलिस ने भारी मशक्कत के बाद उनकी गाड़ी को जाम से बाहर निकाला। इस दौरान धोनी ने मास्क भी लगाया था फिर भी लोगो ने उनको पहचान लिया।गाड़ियों के जाम से जहां धोनी परेशान दिखे तो वही लोगो ने आराम से गाड़ी के बाहर से ही उनके साथ जमकर सैल्फी भी ली।जिसके बाद उन्होंने सुखाताल कफीचिनो में कॉफी पी और फिर पंगोट की ओर रवाना हो गए।जानकारी के अनुसार अगले कुछ दिनों तक अभी वे नैनीताल में ही रहने वाले है तथा कैंची धाम में भी दर्शन करेंगे।वही रविवार को उनकी पत्नी साक्षी का जन्म दिन भी वे इस बार नैनीताल में ही मनाएंगे।साथ ही विश्वकप के फाइनल आनंद भी वे इस बार फील्ड से नही बल्कि नैनीताल की वादियो में टीवी के जरिये उठाएंगे।आगे पढ़ें…….
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड अल्मोड़ा उनका गांव है व्यस्तता के चलते काफी समय बाद उनको अपने गांव वाले का मौका मिला जहां पर आकर उन्होंने अपने ईष्ट देव की पूजा अर्चना की। कहां की भारत सर्वश्रेष्ठ टीम है और इस बार भारत अवश्य विश्व कप जीतेगा।और उन्होंने जल्द ही दुबारा अपने गांव अल्मोड़ा आने का वादा किया कहा कि उनको गांव में लोगो का काफी प्यार व स्नेह मिला है।उत्तराखंड व यहा के लोग काफी अच्छे है।आगे पढ़ें…….
बता दे कि बुधवार को धोनी ने अपने पैतृक घर की धेली पर बैठकर फ़ोटो खिंचवाई तथा ग्रामीणों के सात मुलाकात कर उनके साथ काफी देर तक बातचीत की थी। ग्रामीणों ने बताया था कि धोनी व साक्षी ने काफी देर तक गांव में समय बिताया,और अपने क्रिकेट के अनुभव भी शेयर किए और भट के डूबके भात व मूली की टपकी का आनंद लिया।तथा जल्द ही दुबारा आने का वादा भी किया।