
रामगढ़/नैनीताल।पूर्व जिला पंचायत सदस्य व निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़ चुके लाखन सिंह नेगी के निर्माणाधीन स्कूल की जांच के लिए बुधवार को प्रशासन की टीम पहूंची थी लेकिन जैसे ही लाखन के समर्थकों को इसकी भनक लगी तो सैकङो की संख्या में लोग एकत्र हो गए वही उनके समर्थन में पीसीसी सदस्य व पूर्व जिला सहकारी बैंक के निदेशक गोपाल बिष्ट भी पहुच गए।आगे पढ़ें क्या है मामला…….


लाखन नेगी का कहना है कि आख़िर हमने ऐसा क्या कर दिया जो प्रशासन इस आपदा के समय में स्कूल की जांच को ज़रूरी समझ रहा है? किसके दबाव में प्रशासन काम कर रहा है और क्यों? कई सवाल हैं। मुझे जेल भेजने की धमकी दी जा रही है और मेरे परिवार को भी खतरा है। फिर भी मैं अपने क्षेत्र के लोगों के लिए लड़ूंगा चाहे मुझे जेल भेज दिया जाए। मैं हर जांच के लिए तैयार हूं।उनका कहना है कि उनकी पत्नी भाजपा प्रत्याशी को हराकर जिला पंचायत अध्यक्ष की दौड़ में शामिल हुई है तब से सरकार की चिंता बढ़ गयी और अब सरकार के दवाव में ही प्रशासन उनको और उनकी पत्नी को मानसिक रूप से परेशान कर रही है।लेकिन वे डरने वाले नही है वे जेल जाने को भी तैयार है।आगे पढ़ें कौन है लाखन नेगी….


बता दे कि लाखन नेगी की पत्नी पुष्पा नेगी रामगढ़ ब्लॉक से लगातार दो बार की ब्लॉक प्रमुख रह चुकी है।लेकिन इस बार सीट आरक्षित होने के बाद उन्होंने जिला पंचायत का चुनाव लड़ा और भाजपा प्रत्याशी को भारी मतों से हरा कर जीत दर्ज की जिसके बाद वे जिला पंचायत अध्यक्ष पद की रेस में भी शामिल हो चुकी थी और उनके पोस्टर भी जारी होने लगे थे।वही लाखन नेगी इससे पूर्व विधानसभा चुनाव में निर्दलीय चुनाव लड़े थे और तीसरे स्थान पर रहे थे।























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