हलद्वानी। उत्तराखंड बनने के इतने सालों बाद भी प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था दिन पर दिन बिगड़ती जा रही है। वही बीते रोज हल्द्वानी में इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है।
बीते रोज खटीमा निवासी मनोज की पत्नी को प्रसव पीड़ा हुई तो वे उनको लेकर नजदीकी अस्पताल ले गए पर डॉक्टर की कमी के चलते हल्द्वानी सुशीला तिवारी अस्प्ताल भेज दिया गया। दिन में गर्भवती को अस्पताल में भर्ती तो कर दिया गया लेकिन रात को उनको अस्पताल से बाहर कर दिया गया, जिसके बाद मनोज अपनी पत्नी को लेकर महिला चिकित्सालय पहुंचा तो वहां पर भी स्टाफ द्वारा उनकी पत्नी को भर्ती करने से मना कर दिया मजबूरन गर्भवती को अस्पताल के गेट पर ही बच्चे को जन्म देने पर मजबूर होना पड़ा,गनीमत रही कि इस दौरान जच्चा-बच्चा दोनों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। जैसे ही मामले की जानकारी स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत को मिली तो उन्होंने तुरंत ही अस्पताल की नर्सिंग अधिकारी दीप्ति रानी को निलंबित कर दिया तथा डॉ निशा बिष्ट पर भी कार्रवाई करनी के निर्देश दिए।