धर्म-संस्कृति

बाबा के जयकारों से गुंजायमान कैंची धाम दो लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन,क्या कहा बाबा के पोते ने

नैनीताल/भवाली। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी शनिवार को बाबा नीम करौली महाराज के धाम कैंची मंदिर का स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया।सुबह चार बजे से शाम 9 बजे तक देश-विदेश से आए लाखो भक्तों ने बाबा के दर्शन कर नीम करौली महाराज के पसंदीदा मालपुए का प्रसाद ग्रहण किया।वही पुलिस व जिला प्रशासन ने भक्तों की सुविधा को देखते हुए इस बार भवाली से मंदिर तक वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया था।जिसके लिए भवाली से शटल सेवा का प्रबंध किया गया था।हालांकि शटल सेवा में भीड़ को देखते हुए अधिकांश लोगो ने मंदिर तक 6 किमी की दूरी पैदल ही तय की।वही सुरक्षा के मद्देनजर भी भवाली से कैंची तक जगह-जगह पुलिस के जवान तैनात थे।और मंदिर परिसर में ड्रोन की मदद से निगरानी की जा रही थी।आगे पढ़ें….

तीन किलोमीटर तक भक्तों की लगी लंबी लाइन,पानी के लिए तरसे श्रद्धालु।15 जून कैंची स्थापना दिवस के मौके पर पहली बार देश ही नही विदेशो से दो लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा के दर्शन को पहूंचे।सुबह 4 बजकर 55 मिनट पर बाबा को भीग लगाने के बाद मंदिर के गेट खोल दिये गए थे जिसके बाद दिनभर श्रद्धालुओं ने कड़ी धूप में घंटो खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार किया।इस दौरान रात 9 बजे तक भक्तों की करीब तीन किमी लंबी कतार लगी रही।श्रद्धालुओं में सबसे ज्यादा संख्या यूपी के अलग अलग शहरों से आने वालों की थी।हालांकि इस दौरान कड़ी धूप में पीने के पानी की व्यवस्था नहीं होने के चलते श्रद्धालु पानी के लिए इधर-उधर भटकते नजर आए,जिसको लेकर सुरक्षा में लगे पुलिस के जवानों के साथ कई बार नोक झोंक भी हुई।इस बार जाम की समस्या से निपटने के लिए प्रशासन ने भवाली से कैंची धाम तक जगह-जगह लगने वाले निशुल्क प्याऊ को प्रतिबंध किया गया था।जिसके चलते भी पानी की समस्या उत्पन्न हुई। हालांकि डीएम ने सभी जगह पानी के टैंकर लगाने के निर्देश दिए थे,लेकिन टैंकर केवल मंदिर के समीप भी लगाए गए थे।आगे पढ़ें…..

पुलिस का यातयात प्लान से नही लगा जमा।बीते वर्षों तक 15 जून को मंदिर आने वाले भक्तों को गाड़ियों के जाम से घंटो जुझुना पड़ता था,जिसको लेकर इस बार पुलिस ने बनाये गए यातायात प्लान का सख्ती से पालन कराया गया।जिससे लोगो को बिल्कुल भी जाम से नही जूझना पड़ा।हल्द्वानी की और नैनीताल से आ रहे वाहनों को मस्जिद तिराहे, सैनिटोरियम,व भवाली में तथा अल्मोड़ा,रानीखेत व बेतालघाट की ओर से आ रहे वाहनों को खैरना में पार्क कर वहा से शटल के माध्यम से श्रद्धालुओं को कैंची धाम तक पहुंचाया गया।इस बार प्रशासन ने शटल सेवा की भी उचित व्यवस्था की गई थी तथा ग्राफिक एरा व अन्य संस्थाओं द्वारा निशुल्क शटल सेवा भी चलाई गई थी जिसके चलते भी लोगों को मंदिर आने वह जाने में इंतजार नहीं करना पड़ा।

बाबा के पसंदीदा मालपुए का प्रसाद।बाबा नीम करौली महाराज को मालपुए बहुत पसंद थे।कहा जाता है कि एक बार मंदिर में मालपुए बनाए जा रहे थे। तभी घी कम पड़ गया।जब भक्तों ने ये बात बाबा को बताई तो बाबा ने कहा मंदिर के पास से गुजरने वाली शिप्रा नदी से घी के खाली कनस्तर में पानी भर कर लाने को कहा और घी की जगह उसको कड़ाई में डालने को कहा।और भक्तों ने ऐसा ही किया जैसे ही पानी कड़ाई में डाला गया तो उसने घी का आकार ले लिया।और जब घी आ गया तो बाबा ने उस घी को नदी में डालने को कहा तब से भक्तों को बाबा के प्रसाद में मालपुए दिए जाने लगे।15 जून कैंची मेले से तीन दिन पूर्व मालपुए बनने शुरू हो जाते है।इस वर्ष भी दो लाख से अधिक मालपुए बनाए गए थे।आगे पढ़ें क्या कहा बाबा के पोते ने

यह भी पढ़ें 👉  मां नंदा-सुनंदा लौटी अपने ससुराल,मां के जयकारों से गुंजायमान हुई सरोवर नगरी,24 कैरेट शुद्ध सोने की गहनों से हुआ मां का श्रृंगार
बाबा के पोते

डॉ.धनेन्जय शर्मा बाबा के पोते आज का दिन काफी महत्वपूर्ण है पूरे कैंची धाम में आनंद बरस रहा है। बचपन में बाबा के गोद में खेले हुए है।वे हनुमान जी भक्त थे,और तभी उनके अंदर चमत्कारी शक्तियां थी।जसके चलते आज देश ही नही विदेशो में भी करोड़ो की संख्या में बाबा के भक्त है।बाबा के प्रति लोगो का इतना प्यार है कि लोग इतनी भीषण गर्मी में भी घंटो खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर उनके दर्शन करते है।और धीरे धीरे बाबा के भक्तों की संख्या भी दिन पर दिन बढ़ती जा रही है।आगे पढ़ें बाबा के चमत्कार

चमत्कारी कथाओं से विख्यात है बाबा का धाम नैनीताल/भवाली। स्थानीय लोगों के अनुसार एक बार भंडारे के दौरान प्रसाद बनाते समय  घी कम पड़ गया था तभी बाबा ने एक कनिस्तर में नीचे बहने वाली शिप्रा नदी से पानी मंगवाया और उस पानी को प्रसाद में डाला तो कनिस्टर का पानी घी में बदल गया। इसी प्रकार भक्तों का कहना है कि बाबा अपने भक्तों से अत्यधिक प्रेम करते थे। इसलिए एक बार बाबा ने भक्तों को तेज धूप से बचाने के लिए बादल की छतरी बना कर भक्तों को उनकी मंजिल तक पहुंचाया। बाबा सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपने चमत्कारों की वजह से जाने जाते हैं फेसबुक और एप्पल के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग व स्टीव जॉब्स सहित लोकप्रिय लेखक रिचर्ड अल्बर्ट ने “मिरेकल ऑफ लव” नाम से बाबा पर एक पुस्तक लिखी।आगे पढ़ें क्रिकेटर विराट को भी मिला था आशीर्वाद

खराब फॉर्म से जूझ रहे क्रिकेटर विराट बाबा के दर्शन के बाद लौटे थे फॉर्म में।नैनीताल/भवाली। क्रिकेट में खराब फॉर्म से जूझ रहे भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली अपनी पत्नी अभिनेत्री अनुष्का शर्मा साथ 17 नवंबर 2022 को बाबा नीम करौली के धाम कैंची मंदिर पहुंचे थे, जहां पर उन्होंने पूजा अर्चना कर बाबा का आशीर्वाद लिया था। इस दौरान एक सप्ताह तक वे नैनीताल में ही रहे।और यहां से लौटते ही 10 जनवरी को उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 87 गेंद पर 113 रन की विस्फोटक पारी खेली थी। जिसके बाद वे लगातार अपनी लय में दिखाई दिए।तब से बाबा के प्रति लोगों की आस्था और अधिक बढ़ गयी है। तब से हर रोज कैंची धाम में देश-विदेश से भक्तों का हुजूम उमड़ने लगा है।

To Top

You cannot copy content of this page