नैनीताल। ऑल सेंट्स कॉलेज का सभागार गुरुवार को तालियों से गूंज उठा जब नया थिएटर ग्रुप के छत्तीसगढ़ के गांव कस्बे में जन्में कलाकारों ने यहां स्पीक मैके संस्थान के तत्वाधान में ‘जिन लाहौर नहीं वेख्या ओ जनम्याई नई’ का मंचन किया। सय्यद असग़र वजाहत द्वारा रचित यह नाटक भारत पाक विभाजन की त्रासदी के बीच मानवीय संवेदनाओं को दर्शाता और इसी परिदृश्य पर आधारित है।आगे पढ़ें…..
नाटक एक संघर्ष की स्थिति से शुरु होता है। एक परिवार जो लखनऊ से लाहौर जाता है। शरणार्थी शिविर में रहने के बाद उसे एक बड़ा मकान ऐलॉट होता है। लेकिन जब वो वहां पहुंचते हैं तो देखते हैं कि एक बूढ़ी औरत रह गई है। उन्हे लगता है कि जब तक ये रहेगी मकान हमारा नहीं हो सकता। वो बूढ़ी औरत भी चाहती है कि ये लोग चले जाएं। लेकिन ये बूढ़ी औरत स्वभाव से बड़ी मददगार है और धीरे धीरे परिवार का बूढ़ी औरत के प्रति प्रेम बढ़ता है, और ये लोग एक दूसरे का ख्याल रखने लगते हैं। यही नहीं यह सभी, धर्म के नाम पर की जाने वाली कट्टरता को दरकिनार करते हुए साथ में दीपावली भी मनाते हैं।आगे पढ़ें…..
नाटक का मूल संदेश इंसानियत है। साथ ही यह नाटक सभी धर्मों के सकारात्मक पहलुओं से भी दर्शकों को रूबरू कराता है।इस नाटक की अब तक देश-विदेश में 500 से ज्यादा प्रस्तुतियां हो चुकी है। नाटक का निर्देशन हबीब तनवीर ने किया था। बाद में संगीत नाटक कला अकादमी अवार्ड विजेता व नया थियेटर के निर्देशक रामचंद्र सिंह ने इसे इंप्रोवाइज किया।नाटक के बाद विद्यालय की छात्राएं कलाकारों से बातचीत कर उनकी नाट्य कला के गुरों से भी अवगत हुईं।आगे पढ़ें……
इस दौरान नैनीताल के नाट्य कला प्रेमी और सुप्रसिद्ध कलाकार, युगमंच के प्रवर्तक श्री जहूर आलम सहित पद्मश्री अनूप साह, दीपा साह, आशा शर्मा गौर, श्री एवं श्रीमती नरिंदर शर्मा, कर्नल सिंह, सुमन सिंह, आलोक साह, गीता साह, शीतल बिष्ट, मधु विग, शीला साह आदि उपस्थित रहे।बताते चलें कि नैनीताल के युगमंच द्वारा भी यह नाटक अभिनीत किया जा चुका है जिसमे श्री जहूर आलम जी बूढ़ी दादी की भूमिका में रहे थे।कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्या श्रीमती जरमाया ने सभी कलाकारों को धन्यवाद ज्ञापित किया और प्रतीक चिन्ह भेंट किए। साथ ही उन्होंने स्पीक मैके सोसाइटी के साथ साथ उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों का भी आभार व्यक्त किया।इससे पहले प्रधानाचार्या किरन जरमाया सहित राम चंद्र सिंह, पद्मश्री अनूप साह, जहूर आलम व अन्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर ईश्वर का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम की शुरुआत की गई।