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एबीवीपी प्रत्याशी को मिला दो और अन्य प्रत्याशियों का समर्थन। एनएसयूआई प्रत्याशी से है टक्कर:एबीवीपी प्रत्याशी उत्कर्ष। डीएसबी छात्रसंघ से कई छात्र पहूंचे है राजनीति के ऊंचे स्तर तक

नैनीताल। आयु सीमा के चलते चुनावी रेस से बाहर हुए निर्दलीय प्रत्याशी मोहित गोयल के बाद विश्वविद्यालय प्रतिनिधि व कला संकाय प्रतिनिधि का समर्थन भी एबीवीपी प्रत्याशी उत्कर्ष बिष्ट को मिलने के बाद रविवार को एबीवीपी प्रत्याशी द्वारा प्रेस को संबोधित करते हुए कहा मोहित गोयल के बाद दो अन्य प्रत्याशियों विश्वविद्यालय प्रतिनिधि व कला संकाय प्रतिनिधि प्रत्याशी द्वारा उनको समर्थन दे दिया गया है।उत्कर्ष बिष्ट ने कहा कि वे छात्र हित के लिए कार्य करेंगे जिसमें डिजिटल क्लास,डिग्री की परेशानी,छात्रावासों के किए एम्बुलेंस की सुविधा, कोरोना के बाद से सेमेस्टर काफ़ी पीछे चल रहे है जिससे विद्यार्थियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।कहा कि उनका सीधा मुकबला काले झंडे से नही बल्कि एनएसयूआई प्रत्याशी रोहित जोशी से है। वहीं मोहित गोयल ने कहा कि वे जो कार्य विद्यार्थियों के लिए करना चाहता थे अब अध्यक्ष पद प्रत्याशी उत्कर्ष बिष्ट के साथ मिलकर करेंगे।इस दौरान पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अभिषेक मेहरा,भावेश सिंह,विक्रम सिंह सोंटियाल,प्रिंश गड़िया,विष्णु कुमार मौजूद रहें।आगे पढ़ें डीएसबी से कौन बने बड़े राजनेता

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डीएसबी छात्रसंघ से कई छात्र पहूंचे है राजनीति के ऊंचे स्तर तक।नैनीताल।डीएसबी परिसर छात्रसंघ राजनीति से कई छात्र मुख्य राजनीति के शिखर तक पहूंच चुके है।जिसमे मुख्य रूप से 1973 में डीएसबी के प्रथम छात्रसंघ अध्यक्ष डॉ.महेंद्र पाल जो नैनीताल उधमसिंह नगर संसदीय सीट से सांसद रह चुके है,साथ ही हाईकोर्ट में वरिष्ठ अधिवक्ता के पद पर तैनात है।जिसके बाद नारायण सिंह जंतवाल छात्रसंघ अध्यक्ष रहे जो बाद में यूकेडी से नैनीताल विधानसभा के विधायक चुने गए थे।जिसके बाद तीन छात्र नगर पालिका में चैयरमैन के पद को सुशोभित कर चुके है।जिसमे छात्रसंघ उपाध्यक्ष संजय कुमार संजू,सक्रिय छात्र राजनीति में रहे मुकेश जोशी मोंटू,सहित छात्रसंघ अध्यक्ष सचिन नेगी जो वर्तमान में नगरपालिका नैनीताल के चैयरमैन है।हालांकि विधायक खड़क सिंह बोरा भी डीएसबी के छात्र राजजीति से जुड़े हुए थे।

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