नैनीताल। रविवार 12 जनवरी स्वामी विवेकानंद की जयंती को पूरा देश युवा दिवस के तौर पर मना रहा था तो वही उत्तराखंड के युवाओं के लिए युवा दिवस पर एक बार फिर से मायूसी भरी खबर सामने आई।
बीते 8 अक्टूबर को आयोजित पटवारी-लेखपाल परीक्षा पेपर लीक होने से हजारो की संख्या में युवा अपने आप को ठगा सा महसूस करने लगे है। लगा है आखिर इन सब का जिम्मेवार कौन है।
पीसीसी सदस्य व नैनीताल जिला सहकारी बैंक के निदेशक गोपाल सिंह बिष्ट ने कहा कि प्रदेश की सरकार भृष्ट सरकार बन चुकी है। युवाओं के साथ रोजगार के नाम पर धोखा किया जा रहा है।बार बार परीक्षाओं में हो रही धांधली से हजारों युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।हर बार परीक्षा पेपर लीक होने के बाद सरकार पर सवाल उठना लाजमी है। ऐसे में अब युवा अपने प्रश्नों के हल खोजे या फिर सरकार से सवाल पूछे। कहा कि 8 जनवरी को आयोजित परीक्षा को निरस्त कर 12 फरवरी को दोबारा से परीक्षा की तिथि घोषित की है,ऐसे में उन हजारो युवाओं को मनोबल काफी गिर गया है जो 8 जनवरी को आयोजित परीक्षा में काफी अच्छा प्रदर्शन कर चुके थे।और अपने सुनहरे भविष्य के सपने भी देखने लगे थे।मगर फिर से एक और हाकम सिंह ने उनके सपनों को चकनाचूर कर दिया। कहा कि पेपर लीक होने की आशंका परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं में हमेशा बनी रहती है,जिसके चलते अब युवाओं का मनोबल गिरने लगा है।
बता दे कि 8 जनवरी रविवार को नैनीताल जनपद में 66 परीक्षा केंद्रों पर 17,416 अभ्यर्थियों ने पटवारी-लेखपाल की भर्ती परीक्षा दी थी। जबकि पूरे प्रदेश में 114071 अभ्यर्थियों ने परीक्षा तिथि ऐसे में अब एक बार फिर से इन सभी को दोबारा परीक्षा देनी होगी।