भवाली: गुरुवार को दिल्ली जंतर मंतर में अखिल भारतीय महिला कांग्रेस अध्यक्ष नीता डिसूजा के आह्वान पर उत्तराखंड की प्रदेश कांग्रेस सचिव खष्टी बिष्ट ने युवाओं के साथ हो रहे अत्याचार, उत्तराखंड में युवाओं पर रोजगार मांगने पर लाठी-डंडों से लहू लुहान करने की घोर निंदा की।
साथ ही बढ़ती बेरोजगारी में भ्रष्टाचार महंगाई के खिलाफ जंतर-मंतर पर उत्तराखंड की मातृशक्ति द्वारा प्रदर्शन किया गया।
वहीं पीसीसी सदस्य खष्टी बिष्ट ने कहा कि , अपनी न्यायोचित मांगों को लेकर घंटाघर , गांधी पार्क और राजपुर रोड इलाके में शांति पूर्वक धरना-प्रदर्शन कर रहे बेरोजगारों पर बर्बर लाठीचार्ज कर सरकार ने सिद्ध कर दिया है कि , वह देवभूमि उत्तराखंड में सरकार , उसकी संस्थाओं और पुलिस के गलत कार्यों का विरोध करने वालोँ को लाठी-गोली के बल पर कुचलना चाहती है।
पीसीसी सदस्य ने कहा कि , हर परीक्षा में नकल माफिया द्वारा सामूहिक नकल कराना उत्तराखण्ड की नियति बन गयी है। जो नकल के मामले खुले भी हैं वे सारे मामले राज्य की पुलिस या उसकी किसी जांच संस्था ने नहीं खोले हैं , बल्कि बेरोजगारों के लंबे संघर्ष के बाद हुई जांचों के बाद खुले हैं।
खष्टि बिष्ट ने कहा कि , अभी तक हुई हर परीक्षा में अनिश्चितता और संशय के माहौल के कारण यदि प्रदेश के युवा , सभी भर्तियों की जांच सीबीआई से करवाने, जांच तक परीक्षाओँ को निरस्त रखने और नकल विरोधी कानून पास करने तक परीक्षाओँ को स्थगित रखने की मांग कर रहे हैं तो ये कही गलत नही है।
पीसीसी सदस्य ने आरोप लगाया कि, बेरोजगार युवा लोक सेवा आयोग से लेकर मुख्यमंत्री तक को सभी सबूत दे चुके हैं लेकिन सरकार अभी तक बेरोजगारों को संतुष्ट करने वाले निर्णय नहीं ले सके है।
अब सरकार अपनी और अपनी संस्थाओं की असफलता का दंड बेरोजगारों पर लाठी-चार्ज कर और उनका दमन करके देना चाहती है जिसे उत्तराखण्ड की जनता सहन नहीं करेगी।