जंगलों की आग अब लगातार बेकाबू होते जा रही है। फायर सीजन शुरू होने के बाद जिले में अब तक 662 हेक्टेयर जंगल जलकर खाक हो चुका है। ऐसे में धधकते जंगलो को बचाने के लिए प्रभागीय वनाधिकारी महातिम यादव अब खुद मैदान में आ चुके हैं।
वन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक जिले में अब तक 288 आग की घटनाएं सामने आ चुकी है। जिसमे वन प्रभाग की 205 व सिविल सोयम वन प्रभाग की 83 वनाग्नि की घटनाएं शामिल है। दावानल से वन संपदा को भी भारी नुकसान हुआ है। वही, आग से वन प्रभाग का 442.40 हेक्टेयर वन क्षेत्र तथा सिविल सोयम वन प्रभाग का 180 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुवा है।
महातिम यादव अपनी टीम के साथ विगत तीन दिनों से द्वाराहाट और सोमेश्वर रेंज के जंगलों में आग बुझाने में मुस्तैद है। डीएफओ महातिम यादव ने बताया कि जंगल मे बढ़ती आग को काबू में करने के लिए वह फायर वाचर्स समेत 9 सदस्यीय टीम के साथ विगत 25 फरवरी से जंगल मे मुस्तैद हैं। अब तक उन्होंने द्वाराहाट और सोमेश्वर रेंज से लगी भटकोट की पहाड़ियों में काफी हद तक आग पर काबू पा लिया है।
डीएफओ महातिम यादव ने कहा कि तेज गर्मी के कारण जिले में इस वक्त बड़े पैमाने पर वनाग्नि की घटनाएं सामने आ रही है। ऐसे में उन्होंने लोगो से अपील करते हुए कहा कि किसी भी क्षेत्र में वनाग्नि की घटनाएं सामने आने पर लोग आग बुझाने में वन विभाग का सहयोग करें।
वही, उन्होंने कहा कि लोग इस मौसम में अपने खेतों में कूड़ा या अन्य खरपतवार को न जलाएं। जिससे आग की घटनाओं में कमी आ सके।