नैनीताल। गुरुवार को अपने दो दिवसीय वार्षिकोत्सव के पहले दिन ऑल सेन्ट्स कॉलेज मे रंगारंग कार्यक्रमो की धूम रही। वार्षिकोत्सव की पहले दिन की संध्या सांस्कृतिक कार्यक्रम के नाम रही।
कार्यक्रम की शुरूआत ईश्वर वंदना ‘हाउ ग्रेट दाऊ आर्ट’ व ‘हालेलूया’ में किये गये नृत्य से हुई। इसके बाद छात्राओं ने प्राचीन मंदिरों मे उत्पन्न शास्त्रीय नृत्य, भगवान विष्णु को अर्पित, तील्लानां शैली मे ओडिसी व भरतनाट्यम का समागम भी प्रस्तुत किया व सभी दर्शकों को अभिभूत कर दिया। छात्राओं ने वायलिन बजाकर प्रसिद्ध बॉलीवुड गाने, है अपना दिल तो आवारा व छूकर मेरे मन को, प्रस्तुत किये व सभी के मन को छू लिया। इसके बाद छात्राओं के समूह ने हिन्दी गाने, तू झूम, कुड़ी नु नचने दे व एक जिंदगी मेरी, गाकर विद्यालय मे ली गयी शिक्षा – दीक्षा का उनके सशक्तिकरण मे योगदान के महत्व को उजागर किया।
इसके उपरान्त ‘स्वारंजलि’ प्रस्तुत की गई जिसमें छात्राओं ने सितार, तबला, जल तरंग, वयलिन, हार्मोनियम आदि अनेक शास्त्रीय वाद्य यंत्रों की जुगलबंदी कर राग बिहाग पेश कर सभी को भाव विभोर कर दिया।छात्राओं ने कुमाऊँ का लोक नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को उतराखंड की समृद्ध संस्कृति व सांप्रदायिक सौहार्द से रूबरू कराया और इस अद्भुत माध्यम से आने वाली पीढ़ी को अपनी संस्कृति से जुड़े रहने का सन्देश भी दिया। तथा ‘इंगलिश क्वायर’ में छात्राओं ने अंग्रेज़ी के कई अतिउत्कृष्ट् अलंकृत गानों की पेशकश की। क्वायर ने कक्षा आठ की छात्राओं द्वारा स्वरचित् गीत ‘वंडर ऑफ जॉय’ भी प्रस्तुत किया व सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण पी एल ट्रैवर्स की पुस्तक श्रृंखला मैरी पोपिन्स पर आधारित मैरी पोपिन्स का नाट्य रूपांतरण रहा जिसमे प्रिशा चड्ढा, समायरा गुप्ता, संजना पंत, आकर्शि निगम, वान्या सिंह, साइशा चड्ढा आन्या त्यागी, यश्विनि साह व कई अन्य छात्राओं ने भूमिका निभाई व सभी दर्शकों की वाह- वाही बटोरी। कार्यक्रम के अंत मे छात्राओं ने वायलिन मे कॉलेज एंथेम व राष्ट्रीय गान की ताल को बजाया।
कार्यक्रम में ऑल सेंट्स कॉलेज की पूर्व छात्रा चांदनी अहलावत दबास जो कि प्राइम वीडियो पर ‘डांसिंग ऑन द ग्रेव’ व नेटफ्लिक्स पर ‘इंडियन प्रीडेटर डायरी ऑफ ए सीरियल किलर जैसी कई डोकमेंट्रीज़ निर्मित कर चुकी हैं और वर्तमान में इंडिया टूडे ग्रुप के ओरिजिनल एंड स्पेशल प्रोजेक्ट्स की बिजनेस हैड के पद पर कार्यरत हैं मुख्य अतिथि के रूप मे उपस्थित रहीं। उन्होंने विद्यालय मे बिताए अपने दिन याद करते हुए कहा की वर्ष 1990 मे उन्होंने भी विद्यालय के इसी मंच पर अपनी अंतिम प्रस्तुति दी थी। उन्होंने कहा की वह अपने आप को मुख्य अतिथि न मानते हुए स्वयं को कार्यक्रम का मेज़बान मानती हैं। साथ ही उन्होंने छात्राओं द्वारा प्रस्तुत सभी कार्यक्रमों को सराहा व उन्हें इसी तरह अपनी प्रतिभा को निखारते रहने के लिए प्रेरित किया।
मौके पर विशिष्ट अतिथि आगरा डायसिस, चर्च ऑफ नार्थ इंडिया के बिशप व ऑल सेन्ट्स के बोर्ड के चेयरमैन डा. प्रेम प्रकाश हाबिल मौजूद रहे। साथ ही विद्यालय की गवर्निंग बॉडी के सदस्य श्री सुशील जरमाया, सेंट जॉर्जेस आगरा के प्रधानाचार्य श्री अक्षय जरमाया, सेंट जोसफ, नैनीताल के प्रधानाचार्य ब्रदर हेक्टर पिंटों, सेंट मेरीज़ नैनीताल की प्रधानाचार्या सिस्टर मंजूषा, बिरला विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य श्री अनिल शर्मा, श्रीमती शर्मा, एल पी एस के प्रधानाचार्य भुवन त्रिपाठी, सेंट पॉल मुरादाबाद के प्रधानाचार्य डॉ पीटर इमेनुएल, सनवाल् स्कूल नैनीताल की प्रधानाचार्या डी इमेनुएल, श्रीमती गर्ब्याल समेत कई अन्य पूर्व छात्रायें व वर्तमान छात्राओं के अभिभावक तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
इससे पहले इस कार्यक्रम का मंचन नैनीताल के भारतीय शहीद सैनिक विद्यालय, शेरवुड कॉलेज, मोहन लाल साह बाल विद्या मंदिर, एल पी एस, सनवाल स्कूल के विद्यार्थियों के लिए भी किया गया।