भीमताल। जुलाई के प्रथम सप्ताह में ही भीमताल झील के उपरी सतह एवं झील के चारों तरफ कोनों में तमाम गंदगी, कूड़ा-करकट ,प्लास्टिक, बोतले आदि तैरते हुए दिखाई दे रही हैं। जिसका असर पर्यटन झील के अस्तित्व पर पड़ रहा है।जिसको लेकर झील प्रेमी पूरन चंद्र बृजवासी ने जिलाधिकारी वंदना सिंह चौहान को पत्र भेज कर कहा है कि जिलाधिकारी को बताया कि झील में आने वाले नालों के जरिये सारी गंदगी झील में समा रही हैं जिससे झील के अस्तित्व पर गहरा संकट मंडरा रहा है।कहा कि उनके द्वारा बीते कई वर्षों से लगातार हर वर्ष झील की गाद मिट्टी निकासी, कूड़े प्लास्टिक की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन, राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार को ज्ञापन, पत्राचार माध्यम से मांग की जा रही है। किन्तु झील के लिए बजट की स्वीकृति नहीं हो पा रही है, उनके द्वारा पूर्व में मुख्य विकास अधिकारी को मामला अवगत कराने पर झील से जुड़े 7 विभागों को उनके दायित्व निर्वाहन हेतु निर्देश भी कराए गए किन्तु विभागों द्वारा अपनी जिम्मेदारी को नहीं निभाया जा रहा है जिस कारण झील दिनों दिन गाद-मिट्टी, कूड़े-करकट से भर रही, झील की गहराई कम हो रही है एवं दूषित हो रही हैं,।कहा कि झील से जुड़े सभी विभागों से झील के प्रति अपनी जिम्मेदारी के साथ दायित्व निर्वाहन की मांग रखी साथ ही नालों से आ रहे कूड़े प्लास्टिक पर रोकथाम और झील की गाद-मिट्टी निकासी के लिए शासन से बजट स्वीकृति की मांग की l
भीमताल झील में आ रही गंदगी को रोकने के किये जायें उपाय:समाजसेवी बृजवासी
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