नैनीताल। हैप्पीनेस वूमेन कलेक्टिव समूह आर्ट ऑफ लिविंग नैनीताल द्वारा उत्तराखंड की धारोहर ऐपण कला को नई पीढी तक पहुंचाने के प्रयास हेतु तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।
रविवार को बतौर मुख्य अतिथि ऐपण के क्षेत्र में विभिन्न पुरुष्कारो से सम्मानित बिमला शाह द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया।
आर्ट ऑफ लिविंग रेशमा टंडन ने बताया कि उत्तराखंड की धरोहर ऐपण कला धीरे-धीरे विलुप्त हो रही है हमारा मकसद कार्यशाला के जरिए युवा पीढ़ी को ऐपण कला के जरिए अपनी संस्कृति से रूबरू कराना है।
कार्यशाला में प्रेमलता गोसाईं,संगीता शाह,मंजू नेगी व मेघना शाह द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
कार्यशाला के सफल आयोजन में मंजू बिष्ट, सुनीता वर्मा,संगीता शाह,पूजा शाही,कविता गंगोला,सिम्मी अरोड़ा,पूजा मल्होत्रा, प्रेमलता गोसाईं ,ज्योति सिंह ,मंजू नेगी,कामना कंबोज, उमा कांडपाल सोनी अरोरा, ,निम्मी कीर,कविता जोशी, शिखा शाह, बीना शर्मा, मधु बिष्ट,नेहा डालाकोटी, रमा तिवारी ,संगीता टंडन ,किरण टंडन,श्वेता अरोड़ा, सोमा शाह,संध्या तिवारी,मंजू सनवाल,विमला, मलिका मल्होत्रा का योगदान रहा।