धर्म-संस्कृति

कदली वृक्ष पहुंचा नैनीताल भक्तों ने भब्य रूप से किया मां नंदा-सुनंदा का स्वागत।

 

सरोवर नगरी नैनीताल में 120वां नंदा देवी महोत्सव का आगाज गुरुवार को हो चुका था,शुक्रवार  को  मां नंदा सुनंदा के मूर्ति निर्माण के लिए ज्योलिकोट भल्यूटी गॉव से कदली वृक्ष लाया गया।

कदली वृक्ष का नगर में पहुँचने पर तल्लीताल वैष्णव देवी मंदिर में तथा सूखाताल में पूजा अर्चना के बाद नैना देवी मंदिर में वृक्ष का स्वागत किया गया।जिसके बाद कुमाऊनी परिधानों में सजी महिलाओं,नगर के विभन्न स्कूली छात्रों व सैकड़ो की संख्या में स्थानीय निवासी व सैलानियों द्वारा माता के जयकारों के साथ भब्य रूप से कदली वृक्ष का नगर भृमण किया गया।इस दौरान महिलाओं द्वारा झोड़े भी गाए गए,नगर भृमण के बाद नयना देवी मंदिर में परिक्रमा के बाद कदली वृक्ष को मूर्ति निर्माण के लिए रख दिया गया। जिसके बाद शनिवार को कदली वृक्ष से मां नंदा-सुनंदा की मूर्ति निर्माण होगा,और रविवार को सुबह ब्रह्ममुहूर्त में माँ नंदा सुनंदा को भक्तों के दर्शनों के लिए रख दिया जाएगा।

नगर भृमण के दौरान पूरे दिन भर चटक धूप खिली रही जिसके चलते भक्तों द्वारा आराम से तल्लीताल से मल्लीताल तक सड़क के दोनों ओर खड़े होकर मां नंदा सुनंदा का स्वागत किया।

रामसेवक सभा के सदस्य प्रो ललित तिवारी ने बताया कि आज मां अपने मायके आ गयी है और अगले चार दिन तक मां नंदा सुनंदा अपने मायके में रहती है।और फिर 7 सितंबर को वे अपने ससुराल को लौट जाएंगे उनकी विदाई पर इंद्र देवता भी रोते है।इसलिए विसर्जन के दिन बारिश होती है।साथ ही विदाई के दिन सभी भक्तों की आंखे भी नम हो जाती है।

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इस दौरान शांति मेहरा,सरस्वती खेतवाल,मुन्नी तिवारी,,रामसेवक सभा अध्यक्ष मनोज साह, महासचिव जगदीश बवाड़ी,मुकेश जोशी,विमल चौधरी,कमलेश ढोडियाल,गिरीश जोशी,प्रो ललित तिवारी, जेके शर्मा,सभासद गजाला कमाल,निर्मला चंद्रा,मनोज जोशी, तारा राणा,प्रेमा अधिकारी,संतोष कुमार,गोपाल रावत,विश्वकेतु,अरुण कुमार,दीपिका बिनवाल,राजेंद्र लाल,भूपेंद्र बिष्ट,मीना बिष्ट आदि मौजूद रहे।

महोत्सव के कार्यक्रम

सप्तमी आज  सेवा समिति भवन में मूर्ति निर्माण, चार सितम्बर अष्टमी को ब्रह्ममुहूर्त में देवी स्थापना प्राण प्रतिष्ठा एवं पूजन नयना देवी प्रांगण में प्रारम्भ होगा तथा सांय 6ः30 बजे पंच आरती एवं प्रसाद वितरण व रात्रि 9 बजे मॉ भगवती पूजन के साथ ही रात्रि 12 बजे देवी भोग लगेगा। नवमी पांच सितम्बर सोमवार को सुबह 6 बजे महाभगवती पूजन, 10 बजे दुर्गा सप्तशती पाठ एवं हवन, दोपहर 12ः30 बजे कन्याकुमारी पूजन, दोपहर एक बजे डीएसए भवन में भण्डारे का आयोजन, सायं 6 बजे पंच आरती एवं प्रसाद वितरण, रात्रि 9 बजे महाभगवती पूजन के साथ ही रात्रि 12 बजे देवी भोग होगा। दशमी 6 सितम्बर को सुबह 6 बजे मॉ भगवती पूजन, एक बजे सुन्दर कांड व नंदा चालीसा,शाम 6 बजे पंच आरती एवं प्रसाद वितरण,सांय 7 बजे दीपदान नैनीझील, रात्रि 9 बजे महाभगवती पूजन के साथ ही रात्रि 12 बजे देवी भोग होगा। एकादशी 7 सितम्बर  को सुबह 6 से 9 बजे महाभगवती पूजन तथा दोपहर 12 बजे देवी भोग होगा। एक बजे मॉ नन्दा सुनन्दा की शोभा यात्रा व नगर भ्रमण के साथ ही शाम 6ः30 बजे ठण्डी सड़क के समीप मूर्ति विसर्जन किया जाएगा।

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