भीमताल। नगर क्षेत्र के समीप ग्राम सभा ढुगशिल, खैरोला की पहाड़ी पिछले कुछ सालों से भयंकर भूस्खलन की चपेट में है। इस पहाड़ी से प्रत्येक वर्ष काफी बड़ी मात्रा में पत्थर मिट्टी आदि बहकर भीमताल झील से निकलने वाले नाले के द्वारा बह कर गोला में पहुंच जा रहा है। भूस्खलन के चलते इस पहाड़ी के नीचे बसें खैरोला गांव और पहाड़ी के ऊपर बसे ढूंगशील गाँव को खतरा उत्पन्न हो गया है। स्थानीय निवासियों के मुताबिक भूस्खलन के कारण पहाड़ी से एक बड़ा हिस्सा प्रभावित हो गया है। हर वर्ष बरसात में इस पहाड़ी से और खतरा बढ़ रहा है। जहां धीरे-धीरे करके पहाड़ी दरक रही है वहीं भविष्य में काफी बड़ा हिस्सा गिरने का भी खतरा है। वहीं इस भूस्खलन के चलते तल्लीताल, ढूंगशील, खेरोला, सलड़ी क्षेत्र को भी खतरा है।
नगर के सामाजिक कार्यकर्ता पूरन चंद्र बृजवासी ने विधायक राम सिंह कैड़ा को ज्ञापन सौंपते बताया कि जिस जगह से ये पहाड़ी खिसक रही है। वह पहाड़ी भीमताल झील के लिये एक दीवार का कार्य करती है। इस पहाड़ी के ठीक पीछे भीमताल झील है। बरसात के दिनों में जब झील का स्तर अधिकतम होता है तब भूस्खलन वाले क्षेत्र से पानी की धाराएं भी बहती हुई लोगों को दिखाई देती है। हालांकि पहाड़ी में भूस्खलन अभी प्रारंभिक अवस्था में है यदि समय रहते इसका उपचार नहीं किया गया तो नैनीताल में बलियानाले की तरह यह विकराल रूप ले सकता है। उन्होंने विधायक कैड़ा से इस गिरती हुई पहाड़ी का जल विज्ञान संस्थान एवं भूगर्भीय संस्थान टीम से निरीक्षण कराने कि माँग तत्काल की है ताकि पहाड़ी के दरकने का कारण और उसके रोकथाम का प्रयास किया जा सके। बृजवासी ने कहाँ जिस पहाड़ी से भूस्खलन हो रहा है,उसके ऊपर ढूंगशील व उसके नीचे खैराला के सलड़ी आदि गांव आते है। इसलिए पहाड़ी के दरकने का कारण भी तत्काल खोजा जाये ताकि इसके रोकथाम के प्रयास इसके खतरनाक होने से पूर्व शासन-प्रशासन द्वारा कर दिये जाए।
विधायक राम सिंह कैड़ा ने नैनीताल जिलाधिकारी को मामले पर शीघ्र अध्ययन कराकर इस पहाड़ी के रोकथाम करने के निर्देश दिए है।