नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि ,अपनी न्यायोचित मांगों को लेकर घंटाघर , गांधी पार्क और राजपुर रोड इलाके में शांति पूर्वक धरना-प्रदर्शन कर रहे बेरोजगारों पर बर्बर लाठीचार्ज कर सरकार ने सिद्ध कर दिया है कि वह देवभूमि उत्तराखंड में सरकार , उसकी संस्थाओं और पुलिस के गलत कार्यों का विरोध करने वालोँ को लाठी-गोली के बल पर कुचलना चाहती है।नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि , हर परीक्षा में नकल माफिया द्वारा सामूहिक नकल कराना उत्तराखण्ड की नियति बन गयी है। जो नकल के मामले खुले भी हैं वे सारे मामले राज्य की पुलिस या उसकी किसी जांच संस्था ने नहीं खोले हैं , बल्कि बेरोजगारों के लंबे संघर्ष के बाद हुई जांचों के बाद खुले हैं।आगे पढ़ें
यशपाल आर्य ने कहा कि , अभी तक हुई हर परीक्षा में अनिश्चितता और शंसय के माहौल के कारण यदि प्रदेश के युवा , सभी भर्तियों की जांच सीबीआई से करवाने, जांच तक परीक्षाओँ को निरस्त रखने और नकल विरोधी कानून पास करने तक परीक्षाओँ को स्थगित रखने की मांग कर रहे हैं तो ये कंही गलत नही है। नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि, बेरोजगार युवा लोक सेवा आयोग से लेकर मुख्यमंत्री तक को सभी सबूत दे चुके हैं लेकिन सरकार अभी तक बेरोजगारों को संतुष्ट करने वाले निर्णय नहीं ले सके है न ही नकल विरोधी कानून को ले पायी है। अब सरकार अपनी और अपनी संस्थाओं की असफलता का दंड बेरोजगारों पर लाठी-चार्ज कर और उनका दमन करके देना चाहती है जिसे उत्तराखण्ड की जनता सहन नहीं करेगी। नेता प्रतिपक्ष ने बेरोजगारों को आश्वासन दिया कि, उनकी हर न्यायोचित लड़ाई में कांग्रेस सड़क से लेकर विधानसभा तक उनका साथ देगी।