भवाली। पहाड़ी क्षेत्रों में मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु सरकार द्वारा भरसक प्रयास किया जा रहा है ताकि पहाड़ों में मरीजों को बेहतर उपचार हेतु शहरों तरफ रुख न करना पड़े।
वहीं भवाली स्थित टीबी सेनेटोरियम अस्पताल में मरीजों की सुविधा हेतु जिला योजना से फेफड़ो की जांच के लिए ब्रान्को स्कोपी मशीन लगाई गई है। अब मरीजों को बलगम, निमोनिया, गाँठ की जाँचो के लिए हल्द्वानी या अन्य प्राइवेट अस्पतालों के चक्कर नही लगाने पड़ेंगे। मशीन अस्पताल में लगा दी गई है।
भवाली स्थित टीबी सेनिटोरियम अस्पताल अच्छे उपचार व यहां की आबोहवा के लिए पूरे देश में जाना जाता है। 1935 में पहले देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की पत्नी कमला नेहरू तीन महीने के लिए टीवी के उपचार को यहां रुकी। और तीन महीने में स्वस्थ होकर गई। आज भी अस्पताल में कमला नेहरू वार्ड को सजोकर रखा गया है। 3 सौ एकड़ में फैले हॉस्पिटल को टीवी मरीजो के बेहतर उपचार के लिए तैयार किया गया था। यूपी, उत्तराखंड, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, शाजापुर, पीलीभीत, बदायू के 60 फीसदी मरीज इलाज कराने यहां आते हैं। अब मरीजो की सुविधा के लिए डिजिटल एक्सरे, ब्रान्को स्कोपी मशीन लगा दी गई है। वर्तमान में हॉस्पिटल में 7 मरीज भर्ती हैं।
टीबी सेनेटोरियम की चेस्ट स्पेसिलिस्ट डॉ शशि बाला ने बताया कि ब्रान्को स्कोपी मशीन से फेफड़ो से संबंधित सभी जाँचो को आसानी से किया जाता है। बलगम, निमोनिया सहित अन्य जाँचो के लिए मरीजो को अब परेशान नही होना पड़ेगा। अस्पताल में मशीन लगा दी गई है और मशीन से जांच भी शुरू कर दी है।