राजकीय महाविद्यालय शीतलाखेत में बीए की छात्रा प्रियंका बिष्ट की पहाड़ की गंभीर समस्या नशे पर कुमाउंनी कविता के जरिये दर्द बयां किया है।आगे पड़े कविता…….
शराबबल कर रै ज़िन्दगी बर्बाद,नी करो तुम य शराबक नस्श।।यैल हली तुमर ज़िन्दगी बर्बाद,नी पियो तुम यौ शराब।।यैल हली तुमर घर परिवार बर्बाद,नी खाओ तुम तमाक गुटका,यैल होल तुमकु कैंसर।।नी पियो बीड़ी सिगरेट,यैल होल तुमर तब्यत खराब।।आपण लै न करो य नस्श,ओरू क ला बताओ।।ठुल जै नी कराल,तो नान जै काबै कराल नस्श।।सबकै छु मेरी यै पुकार,नी करो तुम कोइ लै नस्श।।जैल होल तुमर घर परिवार बर्बाद,नी करो तुम य शराब नस्श।।शराबबल कर री पहाड़ बर्बाद,शराब कर हली घर कुढी बर्बाद।।शराब कर रै सैढियाक जीन हैरान,आपण लै न पियो य शराब,नानतीना क लै समझाओ।।