नैनीताल। बीते दिनों नगर के एकमात्र जिला चिकित्सालय बीडी पांडे में गर्ववती महिला से अल्ट्रासाउंड के एवज में पैसे मांगे जाने वाले मामले में व अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी को लेकर हाईकोर्ट द्वारा स्वतः संज्ञान लिए जाने वाली जनहित याचिका पर न्यायमूर्ति शरद कुमार शर्मा व न्यायमूर्ति रवींद्र मैठानी ने लापरवाह अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही कर तीन सप्ताह के भीतर रिपोर्ट पेश करने को कहा था।जिसको लेकर स्वास्थ महानिदेशक द्वारा टीम गठित कर जांच शुरू कर दी है।
शुक्रवार को बीडी पांडे अस्पताल के पीएमएस डॉ एलएमएस रावत ने कहा कि अस्पताल में मौजूद उपकरण कार्य कर रहे है।लेकिन गायनो व फिजीशियन की कमी के चलते मरीजों को थोड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कहां की अस्पताल में तीन गायनोलॉजिस्ट के पद है, जिसमें से दो पद काफी लंबे समय से खाली पड़े हैं। वही फिजीशियन भी अस्पताल में एक ही मौजूद है जबकि एक की जरूरत काफी लंबे समय से है।
गर्भवती महिला से अल्ट्रासाउंड के लिए पैसे मांगे जाने मामले को लेकर उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के निर्देशों के बाद स्वास्थ्य महानिदेशक ने टीम गठित कर जांच शुरू कर दी है। कहा कि अखबार के जरिए मामला उनके सामने में आया तो उन्होंने तुरंत ही रेडियोलॉजिस्ट से जवाब मांगा था, तो उनका कहना था कि उस दिन कुल 30 रजिस्ट्रेशन हुए थे,जिसमें से 22 लोगों का अल्ट्रासाउंड हो चुका था लेकिन तभी अचानक उनका स्वास्थ्य खराब होने से बाकी 8 लोगों का अल्ट्रासाउंड नहीं हो पाया।