कुमाऊँ

कुमाऊं विश्वविद्यालय के शोधकर्ता डॉ मनोज कड़ाकोटी को मिला दक्षिण कोरिया में पोस्टडॉक्टोरल पद

नैनीताल। डॉ मनोज कड़ाकोटी को रिसर्च ग्रीन एनर्जी कन्वर्जेंस टेक्नोलॉजी में पोस्टडॉक्टोरल शोध पद मिला है| उन्होंने प्रो राजेंद्र सिंह नैनोसाइंस एंड नैनो टेक्नोलॉजी केंद्र, रसायन विज्ञान विभाग, डीएसबी परिसर, कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल में प्रोफेसर नंद गोपाल साहू की देखरेख में पी एच डी की डिग्री पूरी की है। इससे पहले उन्होंने सल्ट अल्मोड़ा से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की तत्पश्चात पीएनजी कॉलेज रामनगर से स्नातक और स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की है। अपनी पीएचडी के दौरान उन्होंने वेस्ट अपसाइकिलिंग, ग्राफीन और सुपरकैपेसिटर पर काम किया है।उन्होंने सीएसआइआर नेट और गेट की परीक्षा उत्तीर्ण करने के साथ-साथ अपने शोध पत्र में 19 शोध लेख, 7 पुस्तक अध्याय प्रकाशित किए है और पांच राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पेटेंट प्राप्त किए हैं। उसके अलावा उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक मंचों से कई पुरस्कार मिले हैं। अपने पीएचडी कार्यकाल के दौरान प्रोफेसर साहू और डॉ कड़ाकोटी सहित उनकी टीम ने सफलतापूर्वक इंडस्ट्री को टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की। दक्षिण कोरिया में डॉक्टर कड़ाकोटी, एडवांस फ्यूचरिस्टिक एनर्जी मटेरियल पर शोध करेंगे।

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कड़ाकोटी ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी माता देवकी देवी, पिता स्वर्गीय इंद्र सिंह कड़ाकोटी, और परिजनों, शिक्षकों, सीनियर, सहकर्मियों, जूनियर, कु• मोनिका मटियानी, रसायन विज्ञान विभाग, कुमाऊं विश्वविद्यालय और विशेष रूप से अपने पीएचडी पर्यवेक्षक प्रो साहू को दिया है।

डॉ कड़ाकोटी की इस सफलता पर कुलपति प्रोफ़ेसर एन के जोशी, रजिस्ट्रार, डीन साइंस तथा विभागाध्यक्ष रसायन विज्ञान विभाग प्रोफ़ेसर आनंद बल्लभ मेलकानी, निदेशक शोध एवं विकास,प्रो ललित तिवारी, प्रोफ़ेसर साहू ने बधाई दी है।

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