यजमान रमेश चंद्र कांडपाल व उनकी पत्नी पत्नी हेमा कांडपाल रही।
नैनीताल। भारतीय गौ क्रांति मंच के सहयोग से गौ कथा का आयोजन मल्लीताल स्थित गोवर्धन कीर्तन हाल सेवा समिति में किया जा रहा है।
कथा के दूसरे दिन रविवार को व्यासपीठ सीता शरण महाराज ने गौ कथा पर प्रवचन देते हुए कहा कि नैनीताल ऋषि-मुनियों वह मां नैना देवी की भूमि है। ऐसी पावन भूमि पर गौ कथा का आयोजन किया जा रहा है जो कि शहरवासियों के लिए सौभाग्य की बात है। कहा कि बिना गौ माता के हमारे सोलह संस्कार नही हो सकते है। गौमाता जीवन के साथ भी और मरने के बाद भी धर्म की सेतु है। कहा कि जिस दिन गौमाता राष्ट्रमाता घोषित हो जाएगी उस दिन फिर से दोबारा भारत विश्व गुरुवार सोने की चिड़िया बन जाएगा।
दूसरे दिन की कथा में यजमान रमेश चंद्र कांडपाल व उनकी पत्नी पत्नी हेमा कांडपाल रही
इस दौरान हेमा, गीता ,कमला, नंदा देवी ,जानकी बिष्ट, अंजली चौधरी, पुष्पा मेलकानी, हर्ष जलाल, तुलसी, जया , विजय भट्ट, भावना रावत आदि शामिल थे। गौ कथा का शुभारंभ डॉ सरस्वती खेतवाल, कैलाश सुयाल , रश्मि शर्मा व कृष्ण चंद शर्मा ने दीप प्रज्वलित कर किया।