
भारत माॅं की गूॅंजी जयकार है।हम भारतवासी हमें भारत देश से प्यार है।ऑपरेशन सिंदूर’ पर दुश्मन के आतंकी ठिकानों पर हुई दोहरी मार।सेनाओं के वीर जवानों ने किया दुश्मन पर ज़ोरदार वार।ध्वस्त हुए कई ठिकानें ,दुश्मन था घबराया,मार गिराया बहुत आतंकियों को ,रोम -रोम उसका था थर्राया।बहुत सहे ज़ुल्म तुम्हारे, प्रेम सौहार्द से रहना था।न माने तुम , छुप- छुप कर तुम्हें आतंक फैलाना था।निर्दोषों पर तुमने वार किया , इंसानियत को शर्मसार किया।मिटा सिंदूर कितनी बहनों का ,भाई , बेटा शहीद हुए ,तुमने मचाया घोर आतंक और बंदूकों के खेल किए।वादा है आतंक को हम कुचलेंगे।सुख, शांति, प्रेम धर्म है अपना,हम भारतीय अब न तुम्हें छोड़ेंगे।हमसे तुम न छिप पाओगे , फिर आतंक न कभी फैला पाओगे।भारत माॅं की आज फिर गूॅंजी जयकार है।हम भारतवासी हैं,हमें भारत देश से प्यार है।
नीता माथुर लखनऊ,उत्तर प्रदेश स्वरचित/ मौलिक रचना








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