धर्म-संस्कृति

नव संवत्सर 2081 कालयुक्त नाम संवत्सर,राजा मंगल,मंत्री शनि,वर्ष में चार ग्रहण:डॉ मंजू जोशी 

ज्योतिषाचार्य डॉक्टर मंजू जोशी ने बताया है कि कालयुक्त नाम सम्वत्सर होने से सभी प्राणी सुखी रहेंगे अन्न का उत्पादन उत्तम रहेगा किंतु रोग अधिक फैलेंगे।गौ माता दूध तथा घी से युक्त होगी। वृक्ष पुष्पों फलों से युक्त होंगे। मेघ वर्षा प्रदान करेंगे। फसल उत्तम रहेगी। गाय, भैंस, बैल, बकरी, कांसा, तांबा आदि, धातु इत्यादि की विक्री उत्तम रहेगी। अन्न का संग्रह करना उचित रहेगा।आगे पढ़ें कैसा रहेगा साल…

राजा मंगल: मंगल देव राजा होने से अग्नि भय जनहानि, चोरों का आतंक, राज्यों में विग्रह रह सकता है स्वजनों के वियोग से पीड़ा आदि का दुख हो सकता है अर्थात प्रजा को दुख और वर्षा कम होगी। मंगल राजा होने से संपत्ति से जुड़े व्यापारियों  के लिए संवत्सर 2081 विशेष लाभकारी रहेगा। व्यापार में नए आयाम स्थापित होंगे। आय में बढ़ोतरी होगी। नए कार्यों के लिए वर्ष शुभ फल कारक रहेगा। इसके अतिरिक्त सेना तथा पुलिस में कार्यरत जातकों के लिए वर्ष शुभ फल प्रदान करने वाला रहेगा। चिकित्सा के क्षेत्र से जुड़े हुए जातकों को विशेष लाभ प्राप्त होगा। परंतु राजा मंगलदेव होने से आम जनमानस में क्रोध अधिक देखने को मिलेगा। तथा अग्नि भय, बिजली गिरने ,भूस्खलन भूकंप जैसी घटनाएं अधिक हो सकती हैं इसके अतिरिक्त लोगों में लोभ बढ़ेगा। सीमा पर तनाव बढ़ सकता है विदेशी निवेश से लाभ प्राप्त होगा। सामान्य जनमानस को रक्त विकार जैसी समस्याएं रहेंगी।आगे पढ़ें कौन है मंत्री……

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मंत्री शनि: संवत्सर 2081 में मंत्री पद पर शनि देव आसीन होने के कारण राजाओं में नम्रता ना रहने से, उनके आचरण से प्रजा अत्यंत दुखी रहेगी। राष्ट्राध्यक्ष एवं अमात्य में मतभेद रहेगा। रोग शोक बढ़ेगा। शनि से पीड़ित जातकों को चोट का भय बना रहेगा। लोहा, फर्नीचर, तकनीकी व्यापार से लाभ होगा। अन्य ग्रहों का पदभार1–सूर्य देव को धन्येश का पदभार। 2–सस्येश तथा नीरशेष के स्वामी  मंगलदेव रहेंगे।3–मेघेष तथा दुर्गेश का पद भार शुक्र देव को प्राप्त हुआ है।3– देव गुरु बृहस्पति को रसेश का कार्यभार। 4–धनेश का दायित्व चंद्र देव को प्राप्त हुआ है।आगे पढ़ें कब लगेंगे ग्रहण……

वर्ष में चार ग्रहण वर्ष में चार ग्रहण पड़ेंगे जिसमें दो सूर्य ग्रहण एवं दो चंद्रग्रहण होंगे।वर्ष का प्रथम चंद्र ग्रहण दिनांक 18 सितंबर 2024 को खंडग्रास चंद्र ग्रहण रहेगा। दिनांक 2 अक्टूबर 2024 को  कंकड़ाकृति सूर्य ग्रहण रहेगा।दिनांक 14 मार्च 2025 को पूर्ण ग्रास चंद्र ग्रहण रहेगा।दिनांक 29 मार्च 2025 खंडग्रास सूर्य ग्रहण रहेगा।इनमें से कोई भी ग्रहण भारत में दृश्य नहीं होगा और ना हीं उसका कोई धार्मिक महत्व होगा।

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