शिक्षा

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत छात्रों के लिए बनाया जा रहा है अनुकुल शिक्षण माहौल

भीमताल। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की तीसरी वर्षगॉठ के अवसर पर गुरुवार को जनपद के केन्द्रीय विद्यालय भीमताल में प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। केन्द्रीय विद्यालय प्राचार्य ललित प्रसाद ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तीसरी वर्षगांठ के अवसर पर विगत तीन वर्षाे में की गई पहलों व उपलब्धियों पर जनपद में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया।आगे पढ़ें….

प्रेसवार्ता में राष्ट्रीय शिक्षा नीति विजन 2020,प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया, निपुण भारत योजना,राष्ट्रीय डिजिटल शिक्षा वास्तुकला एनडीईआर, विद्या प्रवेश, विद्यांजलि, पीएम ई-विद्या, आईटीईपी एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम, राष्ट्रीय पाठयचर्या रूपरेखा एफएस, जादुई पिटारा,परख, समग्र प्रगति कार्ड, राष्ट्रीय व्यावसायिक मानक एनपीएसटी, प्रवेश आयु का पुनर्संरेखण, बालवाटिका, कौशल शिक्षा, एक हितकर के रूप में अभिभावक, शिक्षकों के लिए शैक्षणिक बदलाव व प्रशिक्षण, छात्रों को बेहतर शिक्षण वातावरण जैसी महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा की गई। कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत नवोदय संकल्पना बालवाटिका पूर्व प्राथमिक स्तर पर खेल आधारित शिक्षक कार्यक्रम है,इस कार्यक्रम का उदेद्श्य बच्चों को संख्यात्मक और भाषाई दक्षताओं के ज्ञान के लिए तैयार करना है नई शिक्षा नीति के अनुसार केन्द्रीय विद्यालय संगठन अपने छात्रों के लिए अनुकुल शिक्षण माहौल बनाने के लिए बुनियादी ढांचे के विकास में निवेश कर रहा है। इनमें नई कक्षाओं, प्रयोगशलाओं,पुस्तकालाओं के निर्माण के साथ-साथ ई-पुस्तकें और ऑनलाईन शिक्षण प्लेटफार्म जैसे डिजिटल संसाधनों का प्रावधान शामिल किया गया है। अटल इनोवेशन के तहत 340 अटल टिंकरिंग लैब की स्थापना भी की गई है। इस दौरान राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए नवाचारी शिक्षक पर आधारित प्रर्दशनी का भी आयोजन किया गया, जिसमें विद्यालय के प्रयासों को दर्शाया गया। इस दौरान प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डॉ. आरती जैन, हरमन,केडी सिंह,इला कैडा,एसएस नेगी,आरपी वर्मा आदि मौजूद रहे।

यह भी पढ़ें 👉  पुलिस पर मेले के दुकानदारों ने लगाया अभद्रता का आरोप
To Top

You cannot copy content of this page