नैनीताल। उत्तराखंड की संस्कृति एवं विरासत मां नंदा देवी महोत्सव नैनीताल में 1903 से प्रारंभ हुआ तथा श्री राम सेवक सभा 1918 से लगातार महोत्सव का आयोजन कर रही है। इस वर्ष भी 8 से 15 सितंबर तक आयोजित मेले की तैयारियां भी चरम सीमा पर पहूंच चुकी है। वही रामसेवक सभा की मांग को लेकर विधायक सरिता आर्य ने मेले को राजकीय मेला घोषित करने की मांग की थी जिसको स्वीकार कर लिया गया है।जिसके बाद अब नंदा देवी मेला राजकीय मेले में शामिल हो चुका है।इस बड़ी उपलब्धि को लेकर विधायक सरिता आर्य ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित पर्यटन व संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज का आभार व्यक्त किया है।आगे पढ़ें महोत्सव के कार्यक्रम……
नंदा देवी महोत्सव 2024 के कार्यक्रम।8 सितंबर रविवार पंचमी को राम सेवक सभा में महोत्सव का उद्धाटन होगा जिसके बाद मूर्ति निर्माण के लिए कदली वृक्ष लाने के लिए टीम रवाना होगी।सोमवार षष्ठी को कदली वृक्ष का आगमन होगा और सुखताल और तल्लीताल वैष्णो देवी मंदिर में पूजा अर्चना कर कदली वृक्ष का नगर भ्रमण के बाद मूर्ति निर्माण के लिए माँ नयना देवी में रखा जाएगा।मंगलवार सप्तमी को मां नंदा-सुनंदा की मूर्तियों का निर्माण होगा तो यही राम सेवक सभा में स्कूली बच्चो की प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाएगा।बुधवार अष्टमी को ब्रह्म मुहूर्त में प्राण प्रतिष्ठा एवं पूजन पंच आरती व प्रसाद वितरण देवी पूजन व देवी भोग। गुरुवार नवमी को देवी पूजन श्री दुर्गा सप्तशती पाठ एवं हवन, कन्या पूजन महा भंडार,पंच आरती व प्रसाद वितरण देवी पूजन देवी भोग। शुक्रवार दशमी देवी पूजन श्री नंदा चालीसा भजन कार्यक्रम पंच आरती प्रसाद वितरण नैनी झील में दीपदान देवी पूजन व देवी भोग। शनिवार एकादशी देवी पूजन सुंदरकांड पंच आरती देवी पूजन देवी भोग। रविवार द्वादशी को सुबह देवी पूजन देवी भोग और अंत में शोभा यात्रा के बाद शाम को नैनी झील में मूर्ति विसर्जन किया जाएगा।