नैनीताल। नैनीताल निवासी सेंट मैरी कान्वेंट स्कूल की पूर्व छात्रा मनाल सिद्दीकी ने अपनी टीम के साथ डेमॉन्स्ट्रेटिंग द ग्रेटेस्ट इंपॅक्ट ऑन रेड्यूसिंग द एड्वर्स इफेक्ट्स ऑन क्लाइमेट विश्व प्रतियोगिता की विजेता रही । मनाल सिद्दीकी वर्तमान में जामिया इस्लामिया विश्विद्यालय की छात्रा है। प्रतियोगिता में 16 देशों ने प्रतिभाग किया था। उनकी टीम में जामिया के छात्र गौरव चक्रवर्ती , महम कमल व इज़ीन फातिमा शामिल थे। मनाल के पिता सुहैल सिद्दीकी हाई कोर्ट में अधिवक्ता हैं। यह प्रतियोगिता 31 अक्टूबर से 3 नवंबर तक अमेरिका के प्यूर्टो रिको में आयोजित की गई थी। उनकी टीम का नाम परियोजना श्रीमती है। जिसका उद्देश्य पर्यावरण के अनुकूल बायोडिग्रेडेबल और रियूजेबल सैनिटरी पैड बनाने के सिद्धांतों पर काम करने के अलावा , एक समुदाय आधारित संगठन के सहयोग से नई दिल्ली में श्रम बिहार के महिला समुदाय को एक स्थिर आय स्रोत प्रदान करना है । महिलाओं को मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता के बारे में जागरूकता बड़ाने के साथ आत्मनिर्भरता का अवसर देती है । “परियोजना श्रीमती” ने 2750 महिलाओं और लड़कियों को रियूजेबल श्रीमती पैड इस्तेमाल करने के लिए सफलतापूर्वक प्रेरित किया है । साथ ही 14.575 मीट्रिक टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को कम किया है। दक्षिण भारत में भी अपना विस्तार किया है । इसके अलावा देश के कई प्रांतों में कार्य कर चुकी है। मनाल सिद्धिकी अपनी टीम के साथ आज ही वापस लौटी हैं।
अमेरिका से जीत कर वापस लौटी नैनीताल की मनाल सिद्धिकी
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