120वां नंदा देवी महोत्सव का गुरुवार को राम सेवक सभा में विधिवत शुभारंभ किया गया।कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट स्थानीय विधायक सरिता आर्य द्वारा दीप प्रज्वलित कर महोत्सव का शुभारंभ किया गया।
कोविड के चलते दो वर्षों बाद 7 सितंबर तक चलने वाले 120वां नंदा देवी महोत्सव का गुरुवार को रामसेवक सभा प्रांगण से केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट स्थानीय विधायक सरिता आर्या हल्द्वानी विधायक सुमित हृदेश द्वारा संयुक्त रुप से महोत्सव का श्रीगणेश किया गया। तथा समिति द्वारा सभी अतिथियों को मां नंदा सुनंदा की प्रतिमा देकर सम्मानित किया। वही
समिति के बच्चों द्वारा गणेश वंदना मां नंदा देवी की स्तुति की गई। जिसके बाद मां नंदा सुनंदा की मूर्ति के निर्माण के लिए 20 सदस्यीय दल लाल व सफेद ध्वज पताकाओं के साथ कदलीवृक्ष लेने के लिए ज्योलिकोट भल्यूटी गॉव को रवाना किया गया।
मुख्य अतिथि अजय भट्ट ने कहा कि ये उनका सौभाग्य है की उनको मां नंदा महोत्सव का शुभारंभ करने का मौका मिला है।साथ ही उन्होंने सभी श्रद्धालुओं को महोत्सव की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि महोत्सव को ए श्रेणी में शामिल करने की कोशिश करूंगा। उंन्होने समिति को पांच लाख रूपए देने की घोषणा भी की।
विधायक सरिता आर्य ने समिति को विधायक निधि से पांच लाख रुपए देने की घोषणा की और केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट से नंदा देवी महोत्सव को ए श्रेणी में शामिल करने की मांग की।
राम सेवक सभा के सदस्य प्रो ललित तिवारी ने बताया कि वैसे तो नंदा सुनंदा मेले की शुरुआत अल्मोड़ा जिले से हुई थी, लेकिन नैनीताल में साल 1903 में पहली बार यह महोत्सव मनाया गया था. साल 1918 में श्री राम सेवक सभा की स्थापना हुई थी. 1926 से नैनीताल राम सेवक सभा ने नंदा देवी महोत्सव का आयोजन शुरू किया, जो वर्तमान तक हर साल मनाया जाता है।
इस दौरान पूर्व विधायक नारायण सिंह जंतवाल, पद्मश्री अनूप साह,शांति मेहरा,सरस्वती खेतवाल,मुन्नी तिवारी,नीता बोरा,रमेश पांडे, रामसेवक सभा अध्यक्ष
मनोज साह, महासचिव जगदीश बवाड़ी,मुकेश जोशी,विमल चौधरी,कमलेश ढोडियाल,गिरीश जोशी,प्रो ललित तिवारी, जेके शर्मा,सभासद गजाला कमाल,निर्मला चंद्रा,मनोज जोशी,
तारा राणा,प्रेमा अधिकारी,संतोष कुमार,गोपाल रावत, विश्वकेतु,अरुण कुमार, दीपिका बिनवाल,राजेंद्र लाल, भूपेंद्र बिष्ट,मीना बिष्ट आदि मौजूद रहे।
महोत्सव के कार्यक्रम
दो सितम्बर को अपरान्ह दो बजे कदलीवृक्ष के साथ नगर भ्रमण व झांकिया निकाली जायेगी। सप्तमी तीन सितम्बर को सेवा समिति भवन में मूर्ति निर्माण, चार सितम्बर अष्टमी को ब्रह्ममुहूर्त में देवी स्थापना प्राण प्रतिष्ठा एवं पूजन नयना देवी प्रांगण में प्रारम्भ होगा तथा सांय 6ः30 बजे पंच आरती एवं प्रसाद वितरण व रात्रि 9 बजे मॉ भगवती पूजन के साथ ही रात्रि 12 बजे देवी भोग लगेगा। नवमी पांच सितम्बर सोमवार को सुबह 6 बजे महाभगवती पूजन, 10 बजे दुर्गा सप्तशती पाठ एवं हवन, दोपहर 12ः30 बजे कन्याकुमारी पूजन, दोपहर एक बजे डीएसए भवन में भण्डारे का आयोजन, सायं 6 बजे पंच आरती एवं प्रसाद वितरण, रात्रि 9 बजे महाभगवती पूजन के साथ ही रात्रि 12 बजे देवी भोग होगा। दशमी 6 सितम्बर को सुबह 6 बजे मॉ भगवती पूजन, एक बजे सुन्दर कांड व नंदा चालीसा,शाम 6 बजे पंच आरती एवं प्रसाद वितरण,सांय 7 बजे दीपदान नैनीझील, रात्रि 9 बजे महाभगवती पूजन के साथ ही रात्रि 12 बजे देवी भोग होगा। एकादशी 7 सितम्बर को सुबह 6 से 9 बजे महाभगवती पूजन तथा दोपहर 12 बजे देवी भोग होगा। एक बजे मॉ नन्दा सुनन्दा की शोभा यात्रा व नगर भ्रमण के साथ ही शाम 6ः30 बजे ठण्डी सड़क के समीप मूर्ति विसर्जन किया जाएगा।