कुमाऊँ

नैनीताल को है हिमपात का इंतजार ठंड गायब जनवरी में भी गर्मी का अहसास

नैनीताल। जनवरी माह लगभग आधा बीत चुका है लेकिन अभी भी ठंड में इजाफा नही हो पा रहा है।जबकि बीते वर्ष अब तक दो बार हिमपात हो चुका था। वही इस वर्ष अभी भी केवल सुबह शाम को ही ठंड का अहसास हो राह है जबकि दोपहर में गर्मी महसूस हो रही है।जो कि नैनीताल के भविष्य के लिए अच्छे संकेत नही है।आगे पढ़ें

बुधवार को भी नगर में सुबह से ही धूप छांव का खेल चलता रहा लेकिन उसके बावजूद ठंड गायब रही जबकि देर शाम से ठंड में इजाफा हुआ और रात 10 बजे तक तापमान चार डिग्री तक पहूंच गया था।जबकि दोपहर तक तापमान अधिकतम 14 तथा न्यूनतम 8 डिग्री सेल्सियस था। जिसके चलते दोपहर में लोगो को गर्म कपड़ों की जरूरत नही पड़ रही है।आगे पढ़ें

मौसम के जानकारों के अनुसार अक्सर 15 दिसंबर के बाद ठंड में इजाफा होता था लेकिन इस बार जनवरी में भी ठंड गायब है। दिसंबर माह के शुरवात से मौसम में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है।और बदले मौसम के मिजाज से इस बार मार्च तक ठंड पड़ने की उम्मीद है और बर्फबारी की भी उम्मीद की जा रही है।जबकि बीते वर्ष अब तक दो बार हिमपात हो चुका था।लेकिन इस वर्ष अभी तक ठंड का अहसास नही हो रहा है,जो कि नैनीताल के भविष्य के लिए अच्छे संकेत नही है।आगे पढ़ें

यह भी पढ़ें 👉  मातृशक्ति का स्वस्थ समाज के निर्माण में अहम योगदान:ब्लॉक प्रमुख हरीश बिष्ट

मौसम विज्ञान केंद्र जीआईसी नैनीताल के अनुसार आने वाले दिनों में  सूखी ठंड बढ़ सकती है,जबकि बर्फवारी पश्चिमी विक्षोप पर निर्भर करेगी। पश्चिमी विक्षोभ अधिक उठेंगे तो हिमपात भी उतनी ही अधिक मात्रा में होगा।आगे पड़े

ज्योतिषाचार्य डॉ मंजू जोशी… मौसम के दृष्टिकोण से यह वर्ष मध्यम फल कारक रहेगा। आंधी–तूफान, खंडवृष्टि और भूकंप आदि प्रकोपों से आम जनमानस का जीवन अस्त-व्यस्त रहेगा। अन्नोत्पाद्न भी मध्यम रहेगा।  विघ्न बाधा, विपत्ति उपद्रव, दंगा फसाद, फसल को हानि पहुंचाने वाले उपद्रव– अतिवृष्टि, अनावृष्टि, अग्निकांड जीव-जंतुओं, पक्षियों आदि से फसल को हानि एवं राष्ट्र में तनाव की संभावना रहेगी। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश आदि पर्वतीय राज्यों में अधिक वर्षा के कारण भूस्खलन, भूकंप आदि समस्याएं उत्पन्न हो सकती है

सुरक्षा के दृष्टिकोण से 2023 भारत वर्ष हेतु अनुकूल रहेगा।

To Top

You cannot copy content of this page