उत्तराखंड राज्य बनने के इतने सालों बाद नैनीताल जनपद में कई गांव सड़क,बिजिली,पानी व स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं से आज भी वंचित है।प्रदेश में राज करने वाली कांग्रेस व भाजपा दोनो ही सरकारों के विकास के दावे धरातल पर खोखले साबित हुए है।
बीते रोज नैनीताल जनपद के ग्राम ग्राम सभा बलूटी तोक मोरा निवासी गर्भवती दीपा जीना को अचानक प्रसव पीड़ा हो गयी तो आनन फानन में परिजन व ग्रामीण प्रसव पीड़ा से कराहती दीपा को डोली के सहारे पांच किलोमीटर उबड़ खाबड़ जंगल के रास्ते से भुजियाघाट सड़क मार्ग तक लेकर आए जहां से उन्हें एंबुलेंस के माध्यम से हलद्वानी अस्पताल ले जाया गया गनीमत रही कि इस दौरान कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
क्षेत्र पंचायत सदस्य दोगड़ा बलूटी कुंदन सिंह जीना द्वारा बताया की सड़क मार्ग नहीं होने के चलते अक्सर ग्रामीणों को ऐसी समस्याओं से जूझना पड़ता है, उन्होंने बताया कि मोटर मार्ग का सर्वे होने के बावजूद अभी तक मोटर मार्ग के दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है।वहीं दूसरी ओर डिजिटल इंडिया के दौर में नैनीताल जनपद के कई गांव में आज भी इंटरनेट कनेक्टिविटी नहीं है, जिसके चलते खासकर बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। दूसरी ओर सड़क मार्ग नही होने के चलते काश्तकारों को अपने उत्पादों को दूर हल्द्वानी मंडी तक पहुंचाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, जिससे उन लोगों को उनके लागत का उचित मूल्य नहीं मिल पाता है। मूलभूत सुविधाओं के अभाव मे लोग धीरे धीरे शहरों की ओर पलायन कर चुके हैं, और अगर यही हाल रहा तो निकट भविष्य में नैनीताल जनपद के कई गांव पूरी तरीके से खाली हो जाएंगे।