नैनीताल। मानसून ने अब धीरे-धीरे रफ्तार पकड़नी शुरू कर दी है,रविवार को भी नगर में सुबह से दोपहर तक झमाझम बारिश हुई, जिससे अब धीरे-धीरे नैनीझील का जलस्तर भी बढ़ने लगा है। रविवार को झील का स्तर करीब चार फीट तक पहुंच चुका था। मानसून के पहुंचते ही पर्यटन सीजन भी अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। जिसके चलते आप धीरे-धीरे सैलानियों की भी आमद कम होती जा रही है।तीन जुलाई से स्कूलों में गर्मियों के अवकाश भी खत्म होने जा रहे हैं जिसके चलते पांच जुलाई के बाद पर्यटन सीजन भी समाप्त हो जाता है। रविवार को भी नगर में बीते सप्ताह के मुताबिक सैलानियों की आमद कम देखी गई।
पर्यटन सीजन में स्थानीय व्यापारी प्रशासन से दिखे खफा।बता दें कि अमूमन हर वर्ष 15 जून के बाद मानसून प्रदेश में पहुंच जाता है लेकिन इस वर्ष मानसून 20 जून के बाद पहुंचा इसलिए पर्यटन सीजन भी थोड़ा आगे चले गया। जिसके चलते स्थानीय व्यापारियों ने भी राहत की सांस ली। क्योंकि व्यापारियों द्वारा पर्यटन सीजन शुरू होते ही प्रशासन पर शहर में सैलानियों की गाड़ियों को नहीं घुसने का आरोप लगाया जाता रहा। हालांकि प्रशासन ने रूसी बाईपास व नारायण नगर पर गाड़ियों को पार्क कर वहां से शटल के माध्यम से सैलानियों को नैनीताल भेजा जा रक्षा था। लेकिन स्थानीय व्यापारियों का आरोप था कि दोनों पार्किंगों में कोई सुविधा नहीं होने के चलते लोग वहा पर अपनी गाड़ियों को पार्क करना नहीं चाहते थे,और सैलानियों ने नैनीताल के बजाय भीमताल मुक्तेश्वर की ओर रुख करना शुरू कर दिया था, जिसके चलते बीते वर्षो के मुताबिक इस वर्ष काफी कम संख्या में ही सैलानी नैनीताल पहुंच पाए।