वीकेंड पर बडी संख्या में पहुचने लगे हैं दिल्ली व उत्तर प्रदेश के सैलानी
नैनीताल। बदलते मौसम के साथ सरोवर नगरी का पर्यटन सीजन भी बदल गया है। मानसून में विरान रहने वाला यह शहर रौनक में बदल गया है। पिछले कुछ समय से यही नजारा देखने को मिल रहा है, जो इस वीकेंड में भी देखने को मिला। भारी बारिश के बावजूद नगर में सैलानियों का भारी तांता वीकेंड के दोनो में भी देखने को मिल रहा है। नगर के पर्यटन के लिए खास बात यह है कि नगर में डे विजिट पर आने वाले सैलानियों की संख्या में तेजी से इजाफा होने लगा है।
नगर के पर्यटन सीजन के अतीत में जाकर देखें तो वह दौर भी हुआ करता था, जब मानसून के आते ही यह नगर विरान हो जाया करता था। जुलाई के पहले सप्ताह से सितंबर के मध्य तक सैलानी इस नगर से मुंह मोड लेते थे। यह दौर आफ सीजन का हुआ करता था। सिंतंबर मध्य के बाद ही सैलानियों का पहुंचना शुरू हुआ करता था। जिनमें अधिकांश सैलानी बंगाली हुआ करते थे। यह ऑटम सीजन होता था , मगर बंगाली पर्यटकों की संख्या अधिक होने से यह बंगानी सीजन के नाम से जाना जाता था। मगर हम यहां जिक्र मानसून के दौरान की कर रहे हैं,तो पिछले कुछ समय से मानसून में भी सैलानी बडी संख्या में पहुूंचने लगे हैं। वीकेड के दौरान शुक्रवार से सैलानियों का पहुंचना शुरू होता है, जो रविवार तक जारी रहता है। यदि वीकेंड के दौरान शुक्रवार या सोमवार का अतिरिक्त अवकाश मिल जाए तो सैलानी भारी संख्या में पहुंच जाते हैं। इधर पिछले वीकेंड में 15 अगस्त का अवकाश वीकेंड पर होने के चलते सैलानियों की भारी भीड नगर में पहुंच गई और होटल समेत नगर के सरकारी गेस्ट हाउस भी फुल हो गए।
इस वीकेंड में बारिश की भारी चेतावनी के बावजूद बडी संख्या में सैलानी पहुंच गए, और नगर के अधिकांश होटल पैक हो गए। पार्किंग स्थल पर्यटक वाहनों से पट गए। रविवार को भी सैलानियों की बडी संख्या में पहुंचना जारी रहा। जिस कारण नगर के पर्यटन स्थलों मंे खासी रौनक रही और पर्यटन कारोबारियों के चेहरे खिले हुए नजर आए। हालाकि डे विजिट पर आने वाले सैलानियों की संख्या अधिक रही। जिस कारण रेस्टोरेंट व बाजारों में भारी भीड देखी गई।
पार्किंग की कमी से बड रही यातायता की समस्या
नैनीताल। नगर में पार्किंग का नितांत अभाव होने से नगर की यातायात समस्या संभले नही संभल रही, जिस कारण सैलानियों को भारी समस्या से सामना करना पडता है। नगर में आधा दर्जन से अधिक पार्किंग स्थल हैं तो सही, लेकिन पर्यटकों के वाहनों की संख्या इतनी अधिक बड जाती है कि नो पाकिंग जोन में वाहने खडे करने के मजबूर होना पडता है।
कई स्थानों में बनाई जा रही हैं पार्किंग
नैनीताल। जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्व्याल ने कहा कि नगर के भीतर कई स्थानों में छोटी पाकिंग बनाई जा रही हैं। जिनमें ढाई सौ से अधिक वाहन खडे हो सकेंगे। साथ ही नारायण नगर वाली पाकिंग का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है, जो आटम सीजन तक खोल दी जाएगी। इस पार्किंग स्थल में करीब सात सौ वाहन खडे हो सकेंगे।
तेजी से बडने लगी है सैलानियों की भीड
नैनीताल। नैनीताल होटल एंड रेस्टोरेंड एसोसिएसन अध्यक्ष दिग्विजय सिंह बिष्ट का कहना है कि इसमें दोराय नही कि अब मानसून के दौरान बडी संख्या में सैलानी पहुंचने लगे हैं। जिनमें अधिकांश वीकेंड पर आते हैं। मगर पाकिंग की समस्या इस नगर के पर्यटन की सबसे बडी दिक्कत हैं। जिस कारण यातायात व्यवस्था बिगड जाती है और खराब टृैफिक व्यवस्था के कारण नगर के पर्यटन की छवि खराब हो रही है।