नैनीताल। नंदा नवमीं सोमवार को नयना देवी मंदिर परिसर में शांति के लिए हवन एवं दुर्गा सप्तशती का पाठ किया गया,तथा पंडित भगवती प्रसाद जोशी,प्रो के के जोशी,कैलाश जोशी सपत्नी शामिल हुए,वही कन्या पूजन में जजमान डॉक्टर सरस्वती खेतवाल व दिनेश खेतवल रहे पंडित भगवती प्रसाद जोशी दीप जोशी घनश्याम जोशी द्वारा पूजा कराई गई पूजन में संतोष सह जगाती पुष्पा जगाती जजमान के रूप में शामिल हुए। शाम 6 बजे पंच आरती व प्रसाद वितरण तथा रात 9 बजे महा भगवती पूजन के साथ ही 12 बजे देवी भोग लगाया गया।
सोमवार को महोत्सव समिति द्वारा नगर के डीएसए मैदान में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया था। लेकिन स्थितियों की जानकारी होते हुए भी समिति द्वारा वाटर प्रूफ टेंट नहीं लगाया गया था।जिसके चलते सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं को बारिश में भीगते हुए प्रसाद ग्रहण करना पड़ा।
बारिश ने डाला मेले में खलल।
नंदा नवमीं के मौके पर सोमवार दोपहर बाद हुई तेज बारिश के चलते दुकानदारों व झूले वालो को काफी नुकसान उठाना पड़ा।मेले के ठेकेदारों के कहना है की दो दिन से हो रही बारिश के चलते लोग मेले में नही पहूंच पा रहे है। जिसके चलते दुकानदारो सहित अन्य व्यापारियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।कहा कि अब मेले में दो दिन शेष बचे हैं ऐसे में अगर आगे भी बारिश होती है तू उन लोगों को भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है।
श्रद्धालुओं के हाथ लगी निराशा।
बीते दो दिनों से दोपहर बाद हो रही बारिश के चलते बेतालघाट,गरमपानी,खैरना,भवाली,भीमताल,पंगुट आदि ग्रामीण क्षेत्रों से पहुंचे श्रद्धालुओं का कहना है कि लगातार बारिश के चलते मंदिर में दर्शन करने के बाद जैसे ही वे मेले में खरीदारी करने पहुंचे तो बारिश हो गई जिससे उनको बिना खरीदारी करें वापस लौटना पड़ा रहा है।
महोत्सव में पहूंचे छोलिया दल के सदस्यों ने कहा कि आज के दौर मे नये नये उपकरण आ गए है जैसे बैंड ढोल डीजे कैसियो और लोग भी इन्ही की मांग करते है अब तो छोलिया नृत्य वालो को कोई भी याद नहीं करता है! कहा कि एक समय हुवा करता था जब उत्तरखंड मे कोई भी सांस्कृतिक प्रोग्राम हो या शादियों त्योहारों मे सभी जगह हमारी मांग होती थी। और अच्छी खासी आमदनी भी हो जाती थी।पर समय के साथ साथ अब तो हमारी मांग ना के बराबर हो गयी है।अब तो हम लोग ऐसे ही मेलो मे या कोई सांस्कृतिक प्रोग्रामो मे चले जाते है।और थोड़ी बहुत आमदनी हो जाती है।यही वजह है कि अब धीरे धीरे लोग इस ब्यवसाय को छोड़कर दूसरे ब्यवसाय की तलाश मे शहरो की और पलायन कर रहे है।कहा कि बदलते दौर मे अब धीरे धीरे छोलिया दलों के प्रति लोगो का रुझान कम होते जा रहा है, जो चिंता का विषय है !
महोत्सव के कार्यक्रम
दशमी 6 सितम्बर को सुबह 6 बजे मॉ भगवती पूजन, एक बजे सुन्दर कांड व नंदा चालीसा,शाम 6 बजे पंच आरती एवं प्रसाद वितरण,सांय 7 बजे दीपदान नैनीझील, रात्रि 9 बजे महाभगवती पूजन के साथ ही रात्रि 12 बजे देवी भोग होगा। एकादशी 7 सितम्बर को सुबह 6 से 9 बजे महाभगवती पूजन तथा दोपहर 12 बजे देवी भोग होगा। एक बजे मॉ नन्दा सुनन्दा की शोभा यात्रा व नगर भ्रमण के साथ ही शाम 6ः30 बजे ठण्डी सड़क के समीप मूर्ति विसर्जन किया जाएगा।