भीमताल। नैनीताल जनपद भीमताल ब्लॉक के पिनरों गाँव की चोटी में स्थित छोटा कैलास धाम की मान्यताएं
मान्यताओं के अनुसार सतयुग में भगवान भोलेनाथ एक बार यहाँ आये थे। अपने हिमालय भ्रमण के दौरान भगवान शिव तथा पार्वती ने इस पहाड़ी पर विश्राम किया था, महादेव के यहाँ पर धूनी रमाने के कारण ही तभी से यहाँ अखण्ड धूनी जलायी जाती है। कहा जाता है कि पहुंचकर शिवलिंग की पूजा करने से भक्तों की मनोकामना अवश्य पूर्ण होती है, मन्नत पूरी होने पर श्रद्धालु यहाँ पर घंटी और चांदी का छत्र चढ़ाते हैं।
पौराणिक मान्यता भी है कि त्रेता युग में भगवान शंकर ने राम – रावण के युद्ध को इसी पहाड़ी से देखा था। द्वापर युग में वनवास के दौरान पांडवों ने भी भीमताल ब्लाक के पिनरौं न्याय पंचायत में स्थित इस पर्वत चोटी पर एक रात गुजारी थी। इनी मान्यताओं के चलते छोटा कैलाश में स्थित शिव मंदिर के प्रति लोगों में अपार आस्था है।
कहा जाता है कि त्रेता युग में सती ( पार्वती ) द्वारा भगवान राम की परीक्षा लिए जाने पर जब भगवान शंकर ने सती को अपने बायीं ओर बैठने के अधिकार से वंचित कर दिया और सती कैलाश मानसरोवर को चली गई तो भगवान शंकर राम की लीला देखने के लिए दक्षिण दिशा की ओर बढ़ गए । पिनरौं की चोटी पर जा पहुंचे । इसी चोटी से उन्होंने राम – रावण युद्ध देखा था । तभी से इस चोटी को छोटा कैलाश कहा जाने लगा।