नैनीताल। महिला कल्याण विभाग द्वारा आयोजित तीन दिवसीय कुमाऊँ मंडल बाल कल्याण समिति प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन उत्तराखंड प्रशासन अकादमी में गुरुवार से शुरू हो गई है।
बतौर विशिष्ट अतिथि जिला जज राजेन्द्र जोशी ने कहा कि बच्चों के अधिकार के लिए बाल कल्याण समिति व किशोर न्याय बोर्ड में बच्चों के अधिकार के लिए ख्यातिप्राप्त व्यक्तियों का चयन किया जाता है, जो भी बच्चा बोर्ड के सम्मुख प्रस्तुत हो उसको विभिन्न योजनाओं के लाभ से जोड़ा जाए।
सचिव हरि चंद सेमवाल ने कहा कि समिति व बोर्ड का कार्य न्यायिक प्रक्रिया से जुड़ा है । सदस्यगण किशोर न्याय अधिनियम का भली भांति अध्ययन कर जज की दृष्टि अपनाकर बच्चों को न्याय दिलवाएं।
प्रकाश चंद, संयुक्त निदेशक उत्तराखंड प्रशासन अकादमी ने कहा कि प्रतिभागी सरस्वती के प्रांगण में अभिमुखीकरण प्रशिक्षण में ज्ञान व कौशल प्राप्त कर अपने जनपदों में बच्चों का संरक्षण सुनिश्चित करेंगे। डीपीओ अंजना गुप्ता ने तीन दिवसीय अभिमुखीकरण प्रशिक्षण के बारे में जानकारी दी।
शुक्रवार को अपराह्न में जस्टिस यू सी ध्यानी बाल अधिकार के क्षेत्र में आने अनुभव सांझा करेंगे। शनिवार को अंजना गुप्ता द्वारा मिशन वात्सल्य, केयर्स, स्ट्रीट चिल्ड्रन पुनर्वास, मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना की जानकारी दी जाएगी, साथ ही स्वास्थ्य, श्रम, पुलिस विभागों के प्रतिनिधियों द्वारा बाल संरक्षण के विभिन्न विषयों पर वार्तालाप व चर्चा के माध्यम से प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया जाएगा। जस्टिस रविन्द्र मैठाणी द्वारा समस्त प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किये जायेंगे।
आज तकनीकी सत्र में कैलाश सत्यार्थी फाउंडेशन की सीनियर मैनेजर डॉ संगीता गौड ने बाल कल्याण समिति के दायित्वों, बाल देखरेख संस्थाओं के मानक, फिट फैसिलिटी व फिट पर्सन, दत्तक ग्रहण आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।