
नैनीताल।सरोवर नगरी में पालिका सभासद के परिणाम ने तमाम स्वयंभू नेताओं को राजनीतिक हैसियत दिखा दी। बता दिया कि वो खुद को कितना ही कुशल राजनीतिज्ञ समझें, जनता में उनकी कोई अपील नहीं है। सैनिक स्कूल वार्ड से सभासद बनी लता ने
समाज के दुःख सुख में शामिल होकर जीत दर्ज कर सबको हैरान कर दिया और राजनीतिक वातावरण दूषित कर जीत का स्वाद चखने का ख्वाब सजाए नेताओं को राजनीतिक हैसियत दिखा उनकी जगहंसाई कर दी।
शहर के सैनिक स्कूल वार्ड से विजयी लता दफौटी मीडिया से दूर रहकर क्षेत्र के लोगों के दुःख सुख में शामिल रही हैं। जब नगरपालिका चुनाव की अधिसूचना जारी हुई तो क्षेत्र के आम मतदाताओं में सभासद को लेकर चर्चा हुई। जब देखा कि मैदान में उतरे प्रत्याशी का जनसेवा से सरोकार नहीं है तो उन्होंने समाजसेवी व मध्यम आय वर्ग की लता दफौटी से संपर्क साधा । तब लता अपने पति की तबीयत खराब होने पर हल्द्वानी अस्पताल थी। लता ने पारिवारिक परिस्थितियों की वजह से चुनाव लड़ने से साफ इंकार कर दिया। क्षेत्र की एक महिला नेत्री ने लता से संपर्क साधा तो उसने फोन नहीं उठाया, फिर उन्होंने संदेश छोड़ दिया। बाद में लता का फोन आया तो फिर उसे चुनाव लड़ने को मनाया गया। फिर नामांकन भर दिया। क्षेत्र की अन्य महिला प्रत्याशियों ने प्रचार में खूब संशाधन झोंके। लेकिन क्षेत्र के लोग लता के लिए खुद ही माहौल बनाते रहे। जब परिणाम आया तो लता ने कुल विधिमान्य मत 692 में 309 वोट हासिल कर प्रतिद्वंदियों व उनके रणनीतिकारों को हक्काबक्का कर दिया। बताया जाता है कि लता से पराजित महिला प्रत्याशी अब उनको चुनाव जिताने के दंभ भर रहे नेताओं को कोस रही हैं।
लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -
