लोक निर्माण विभाग ने पुनर्निर्माण के लिए भेजा था चार करोड़ 32 लाख का स्टीमेट
भीमताल। कुमाऊं को जोड़ने वाले राजमार्ग पर मिनी पर्यटन नगरी भीमताल का इकलौता बाई-पास में हर रोज सैकंडो गाड़िया चलती है और सड़क की हालत ऐसी है कि कभी भी कोई हादसा हो सकता है। नगरवासी लोक निर्माण विभाग से सड़क के सुधारीकरण, चौड़ीकरण तथा सड़क के बगल से गुजरने वाली नहर को कवर करने की मांग कर चुके हैं।लेकिन उनकी मांगों पर कोई भी सुध नही ली जा रही है।
भीमताल बाई-पास में कई जगह सड़क टूट चुकी है, मार्ग पर बड़े-बड़े गड्डे हो चुके हैं,थोड़ी सी बरसात में कीचड़ व हल्की सी धूप में धूल से सना रहता है। जिससे भीमताल बाई-पास के किनारे रहने वाले लोगो व पैदल चल रहे स्कूल व कॉलेज के छात्रों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
वही नगर के सामाजिक कार्यकर्ता पूरन चंद्र बृजवासी ने पूर्व में कई बार शासन-प्रशासन से भीमताल बाई-पास के निर्माण की मांग रखी थी लेकिन अब तक भीमताल बाई-पास के लिए शासन स्तर से कोई कार्यवाही नहीं हुई जिस कारण कुमाऊं को जाने वाली हजारों गाड़ियों एवं भीमताल बाई-पास वासियों को हर रोज दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
बृजवासी ने बताया कि पूर्व में सड़क की हालात एवं भीमताल वासियों की मांग को देखते हुए लोक निर्माण विभाग ने भीमताल बाई पास निर्माण के लिए 4 करोड़ 32 लाख का स्टीमेट उत्तराखंड शासन को भेजा था,लेकिन अभी तक धरातल पर निर्माण के लिए शासन स्तर से कोई भी कार्यवाही नहीं हो पायी, कहा कि बीते दो वर्षों में आई आपदा के बाद सड़क मार्ग काफी जीर्ण शीर्ण अवस्था में पहुंच चुका है। लेकिन शासन प्रशासन इस दिशा में कोई भी ठोस कदम उठाता नजर नहीं आ रहा है।