कुमाऊँ

नैनीताल में इंद्र देवता हुए मेहरबान हल्की बर्फवारी नैनीताल के लिए वरदान

नैनीताल। गुरुवार को नगर में सर्दियों की पहली बारिश व ऊंचाई वाले क्षेत्र हिमालय दर्शन व नैना पीक में ओलावृष्टि भी हुई जिसके बाद ठंड में भी काफी बढ़ोतरी हो गयी है वही अभी भी लोगो को बर्फवारी के लिए इंतज़ार करना पड़ रहा है।हालांकि मौसम के जानकारों का कहना है कि अब मौसम हिमपात के अनुकूल हो चुका है तो ऐसे में कभी भी बर्फवारी हों सकती है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार गुरुवार सुबह से ही हल्की बारिश का दौर शुरू हो चुका था। साथ ही नगर के ऊंचाई वाले क्षेत्र हिमालय दर्शन व नैना पीक में हल्की बर्फवारी भी हुई हालांकि ये गिरते ही गायब हो गयी।आगे पढ़ें

दिनभर चलता रहा रिमझिम बारिश का दौर।गुरुवार सुबह से ही नगर व आसपास के क्षेत्रों में रिमझिम बारिश का दौर चलता रहा,जिसके चलते लोगो को बारिश से बचने के लिए छतरियों का सहारा लेना पड़ा।वही दिनभर हुई बारिश से तापमान में भी काफी गिरावट दर्ज की गई जिससे अब उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही हिमपात भी हो सकता है।मौसम केंद्र जीजीआईसी के अनुसार नगर में गुरुवार को अधिकतम 4 डिग्री तो न्यूनतम 2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।आगे पढ़ें

यह भी पढ़ें 👉  मौसम अलर्ट सोमवार को जनपद के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित

दो वर्षों से हिमपात नही होना चिंताजनक।मौसम के जानकारों का कहना है कि अभी तक हिमपात हो जाना चाहिए था लेकिन जलवायु परिवर्तन का खासा असर नैनीताल में भी दिखाई दे रहा है।जिसके चलते बर्फवारी में देरी हो रही है।कहा कि नैनीताल का अस्तित्व नैनीझील के भविष्य के लिए हिमपात बहुत जरूरी है।वही पर्यटन के नजर से भी हिमपात जरूरी है। क्योंकि दिसंबर से फरवरी तक नैनीताल में ठंड काफी होती है ऐसे में केवल बर्फवारी का आनंद लेने सैलानी पहुचंते थे।लेकिन बीते वर्ष भी बर्फवारी नही हुई थी जिसके चलते पर्यटन को भी नुकसान पहूंचा है।और अगर 15 फरवरी तक हिमपात नही होता है।यह नैनीताल के भविष्य के लिए चिंताजनक हो सकता है।

To Top

You cannot copy content of this page