कुमाऊँ

गुनगुनी धूप में सैलानियों ने उठाया सरोवर नगरी की नैसर्गिक सुंदरता का लुत्फ

रविवार को पर्यटकों से गुलजार रहा नैनीताल।

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नैनी झील में नौकायन का लुफ्त उठाते सैलानी
मल्लीताल पंत पार्क में खरीदारी करते सैलानी

नैनीताल। वीकेंड के चलते नगर में रविवार को पर्यटक नैनीताल सहित पंगुट रामगढ़ मुक्तेश्वर की वादियों में नैसर्गिक सुंदरता का लुत्फ उठाने पहूंचे थे।

बीते दो माह से खराब मौसम और जगह जगह हो रहे भूस्खलन के चलते नैनीताल में पर्यटकों की आवाजाही काफी कम हो चुकी थी,लेकिन अब फिर से एक बार वीकेंड पर नैनीताल में पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होने लगी है।

रविवार को भी काफी संख्या में सैलानी पहूंचे थे।जिससे पर्यटन पर आधारित टैक्सी चालक,नाव चालक, होटल व्यवसाई,पंत पार्क के फड़ व्यवसायियों के चेहरों पर रौनक लौट चुकी है। सुबह से मॉल रोड,पंत पार्क,हनुमानगढ़,केप गार्डन, सरियाताल,चिड़ियाघर,बॉटनिकल गार्डन,हिमालय दर्शन में पर्यटकों ने गुनगुनी धूप में नैसर्गिक सुंदरता का लुत्फ उठाया।

बदलते मौसम के साथ पर्यटन सीजन में भी आया बदलाव।

बदलते मौसम के साथ सरोवर नगरी का पर्यटन सीजन भी बदल गया है। मानसून में विरान रहने वाला यह शहर रौनक में बदल गया है। पिछले कुछ समय से यही नजारा देखने को मिल रहा है, जो इस वीकेंड में भी देखने को मिला। भारी बारिश के बावजूद नगर में सैलानियों का भारी तांता वीकेंड के दोनो में भी  देखने को मिल रहा है। नगर के पर्यटन के लिए खास बात यह है कि नगर में डे विजिट पर आने वाले सैलानियों की संख्या में तेजी से इजाफा होने लगा है।

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नगर के पर्यटन सीजन के अतीत में जाकर देखें तो वह दौर भी हुआ करता था, जब मानसून के आते ही यह नगर विरान हो जाया करता था। जुलाई के पहले सप्ताह से सितंबर के मध्य तक सैलानी इस नगर से मुंह मोड लेते थे। यह दौर आफ सीजन का हुआ करता था। सिंतंबर मध्य के बाद ही सैलानियों का पहुंचना शुरू हुआ करता था। जिनमें अधिकांश सैलानी बंगाली हुआ करते थे। यह ऑटम सीजन होता था , मगर बंगाली पर्यटकों की संख्या अधिक होने से यह बंगानी सीजन के नाम से जाना जाता था। मगर हम यहां जिक्र मानसून के दौरान की कर रहे हैं,तो पिछले कुछ समय से मानसून में भी सैलानी  बडी संख्या में पहुूंचने लगे हैं। वीकेड के दौरान शुक्रवार से सैलानियों का पहुंचना शुरू होता है, जो रविवार तक जारी रहता है। 

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