नवीन चंद्र शाह, अनिल पंत, तुषार कांत त्रिपाठी को समर्पित रहा युग मंच का इस साल का होली महोत्सव
नैनीताल: सास्कृतिक नगरी नैनीताल में इन दिनों होली गायन अपने चरम पर है, इसी कड़ी में युग मंच की पहल पर विशेष आमंत्रित टीम के रूप में – “लड़ी धुरा शैक्षिक एवं साँस्कृतिक मंच बारा कोट चम्पावत” की टीम द्वारा नैना देवी प्रांगण से विभिन्न खड़ी होली प्रस्तुत कर होली की उमंग को अपने गायन से चार चांद लगाए।
समिति के अध्यक्ष नगेंद्र जोशी के नेतृत्व में एवं वरिष्ट होल्यार बसंत बल्लभ जोशी के मार्गदर्शन में लोकमान अधिकारी, रजनीश जोशी, उमेश जोशी, राजेश अधिकारी, केदार जोशी, नवल जोशी, जगदीश अधिकारी सहित दल के लोगों ने योगदान दिया। समिति के अध्यक्ष नगेन्द्र जोशी के अनुसार हमारी होली में पंजाब के भागड़ा और गुजरात के डांडिया से ज्यादा आनंद आता है।
इस अवसर पर युग मंच द्वारा होली गायन के विशेषज्ञ बसंत बल्लभ जोशी को सम्मानित किया गया, जोशी जी को सैकड़ों होली गीत कंठस्थ हैं। जोशी जी ने अपनी पहाड़ी बोली भाषा और संस्कृति को बचाने का आह्वान भी किया।
युग मंच की पहल पर राम सेवक सभा परिसर मल्लिताल में आयोजित बैठकी महिला होली में 7 दलों में मेविला माउंट रोज महिला समिति की जया पालीवाल, नैनी महिला एवं बाल विकास समिति की लक्ष्मी थापा, समर्पण वुमन वेलफेयर सोसाइटी की संगीता अग्रवाल, रंगीलो कुमाऊँ की संगीता मनराल बिष्ट, नैनीताल क्लब कंपाउंड समिति की चंद्रा जोशी, पाषाण देवी समिति की महिला होल्यार, नैनी महिला जागृति संस्था की मंजू रोतेला के नेतृत्व में शानदार प्रस्तुतियां दीं। युग मंच द्वारा प्रत्येक टीम लीडर को सम्मान पत्र एवं प्रत्येक प्रतिभागी को उपहार देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में गरिमामयी उपस्थिति से शेखर पाठक, मिथिलेश पांडे, राजीव लोचन शाह, किशोर जोशी सहित आयोजन को सफल बनाने में शारदा संघ के अध्यक्ष डाo देवेन्द्र सिंह बिष्ट, उपाध्यक्ष चंद्र लाल शाह, राम सेवक सभा अध्यक्ष मनोज शाह, जगदीश बावड़ी, मुकेश जोशी मंटू, अनूप शाही, विमल शाह सहित युग मंच की टीम में जहूर आलम, डी के शर्मा, हेमंत बिष्ट, जितेन्द्र बिष्ट, भास्कर बिष्ट, राजा शाह, रफत आलम, नवीन बेगाना, मनु कुमार, डाo अशोक कुमार, अदिति खुराना, अमित शाह, बृजेश जोशी, ध्रुव कांडपाल, नीरज डालाकोटी, दीपक सहदेव, अमृत कुमार, डॉo हिमांशु पांडे आदि द्वारा योगदान दिया गया। संचालन राज्य कवि हेमंत बिष्ट द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न प्रकार की बहुरंगी होली प्रस्तुत की गयी। इस बार अतिथि टीम में युवाओं का बढ़ता प्रतिनिधित्व काफी सराहनीय रहा
शुरूवात नैना देवी के नमन से हुई
जै नैना कल्याण करो माई जै नैना कल्याण करो,
कच्चे गोबर अंगना लिपाये मोतियन चौक पूराये, माँ कल्याण करो
इसके पश्चात सुप्रसिद्ध पारंपरिक होली- जल कैसे भरू जमुना गहरी, और झनकारो झनकारो झनकारो गोरी प्यारो लगे तेरो झनकारो की प्रस्तुतियां हुई। साथ ही सजना घर आए फागुन में बालम घर आए सावन में, आदि प्रस्तुति रहीं
विशेष रूप से सौंदर्यबोध से भरी होली खासी आकर्षण का केंद्र रही–
गोरी नैना तुम्हारे रसा भरे हैं कहो यहीं बस जाएं,
गोरी तुम कपोलन बन जाओ तो गोरी हम बिंदिया बन जाएं।