तापमान अधिकतम 8 और न्यूनतम तीन डिग्री सेल्सियस….
नैनीझील के भविष्य के लिए हिमपात जरूरी…..
नैनीताल। बीते शुक्रवार को किलवरी व नैना पीक पर हुई बर्फबारी के बाद सरोवर नगरी में ठंड का प्रकोप काफी काफी बढ़ गया है। जिसके चलते लोगो को हीटर व अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है।आगे पढ़ें
सोमवार को भी नगर में सुबह से ही ठंड का प्रकोप बना रहा दिन भी धूप छाव का खेल चलता रहा।जिसके चलते सुबह से ही लोगो को ठिठुरने पर मजबूर होना पड़ा।हालांकि सोमवार होने के नगर में सैलानियों की काफी कमी देखने को मिली।इस दौरान ठंड से बचने के लिए स्थानीय लोगो सहित पर्यटको ने भी जमकर गर्म कपड़ो की खरीदारी की। बीते शुक्रवार को हुई बर्फबारी की खबर के बाद सोमवार को भी बर्फबारी का आनंद लेने नैनीताल पहुंचे सैलानियो को हिमपात का आनंद लिए बगैर निराश होकर वापस लौटना पड़ा। आगे पढ़ें
मौसम के जानकारों का कहना है कि अभी तक हिमपात हो जाना चाहिए था लेकिन जलवायु परिवर्तन का खासा असर नैनीताल में भी दिखाई दे रहा है।जिसके चलते बर्फवारी में देरी हो रही है।कहा कि नैनीताल का अस्तित्व नैनीझील के भविष्य के लिए हिमपात बहुत जरूरी है।वही पर्यटन के नजर से भी हिमपात जरूरी है। क्योंकि दिसंबर से जनवरी तक नैनीताल में ठंड काफी होती है ऐसे में केवल बर्फवारी का आनंद लेने सैलानी पहुचंते है। अन्यथा पर्यटन भी चौपट हो सकता है।आगे पढ़ें
सोमवार को नगर में अधिकतम 8 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 3 डिग्री दर्ज किया गया।