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दीपावली पर रंगविरंगी रोशनी से जगमगाया नैनीताल,सैलानियों ने नैनीताल में मनाई दीपावली

दीपावली पर रंगविरंगी रोशनी से जगमगाया नैनीताल,सैलानियों ने नैनीताल में मनाई दीपावली

नैनीताल। मंगलवार को सरोवर नगरी में दीपावली के मौके पर जमकर आतिशबाजी हुई आतिशबाजी से पूरे नगर में धुंध छा गई सोमवार 6 बजे बाद लोगों ने अपने अपने घरों में लक्ष्मी पूजन शुरू किया इस मौके पर विशेष पकवान भी बनाए गए थे लक्ष्मी पूजन करने के बाद लोगों ने नगर में जमकर आतिशबाजी की नगर के विभिन्न स्थानों पर यहां पहुंचे सैलानियों ने भी आतिशबाजी की।

नैनीताल में मंगलवार को सूर्यग्रहण के चलते गोवर्धन पूजा नही मनाई गयी,उसके वावजूद भी रात 11 बजे बजे तक नगर में आतिशबाजी होती रही आतिशबाजी के चलते पूरे नगर में धुंध छा गई, गली मोहल्लों में छोटे-छोटे बच्चों ने अनार व फुलझड़ी जलाकर खूब मस्ती की।

मंगलवार को भी सुबह से ही नगर में चटक धूप खिली रही जिसके चलते काफी संख्या में पहूंचे सैलानियों ने धूप के बीच विश्वविख्यात नैनीझील में नोकायन का लुत्फ उठाया। साथ ही भोटिया बाजार,मॉल रोड, बड़ा बाजार,नैना पिक,सूखाताल सुसाइड पॉइंट,सरियताल,हिमालय दर्शन आदि दार्शनिक स्थलों सहित मिनी पर्यटन स्थल भीमताल,रामगढ़ व मुक्तेश्वर की वादियों में सैलानियों ने प्राकृतिक सुंदरता का लुत्फ उठाया और जमकर खरीदारी भी की।जिसके चलते पर्यटन पर आधारित लोगो के चेहरों पर रौनक देखने को मिली।

दीपावली के लंबे अवकाश के चलते सरोवर नगरी में काफी संख्या में सैलानी पहूंचे हुए है।जिसके चलते नगर के अधिकांश होटल फूल है।जिससे पर्यटन पर आधारित कारोबारियों की आय में बढ़ोतरी हुई है। वही होटल कारोबारियों के अनुसार इस बार क्रिसमस और नए साल के जश्न के लिए भारी संख्या में सैलानी यहां पहुंच सकते हैं।दीपावली पर्व पर इस बार बाजार में गेंदे के फूलो की दिखी कमी।

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नगर के समीपवर्ती ग्रामीण क्षेत्र के लोग नैनीताल में गेंदे के फूल  बेचने के लिए आते थे,लेकिन इस बार फूलो की कमी कमी देखने को मिली जिसके चलते फूलो की कीमतों में काफी बढ़ोतरी देखने को मिली।

मनोरा से आए राजन ने बताया की इस बार बरसात के चलते फूल काफी कम हुए तथा दीपावली भी इस बार 15 दिन पहले हो गई अन्य वर्षो में दीपावली नवंबर माह में होती थी जिसके चलते यह फूल भी काफी अधिक होते थे इस वर्ष बरसात ने फूल पूरी तरीके से बर्बाद कर दिए।

हर वर्ष दीपावली में यहां निकटवर्ती खुरपाताल रूसी सरियाताल मंगोली आदि क्षेत्रों से लोग आकर यहां फूल बेचते थे इस बार काफी कम संख्या में होने से ग्रामीणों में काफी निराशा थी l दीपावली के समय यह लोग काफी अधिक फूल होते थे लेकिन बरसात ने इस बार इनके सारे फूल खराब कर दिए l इसके अलावा लक्ष्मी की मूर्ति बनाए जाने में लगने वाला गन्ना भी बीते वर्ष तक 20 रुपए में बिकता था वही गन्ना इस बार 100 रुपए तक बिका है।

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